आज के समय में घरों को सुंदर बनाने में लोगों का ध्यान अधिक होता है, हर कोई चाहता है कि उसके घर में कोई आए तो देखते ही मंत्रमुग्ध हो जाए, घर की तरीफ़ करते कोई थके न इसके लिए हम घर में तरह तरह के सजावट की वस्तुएं इस्तेमाल करते हैं।

घर के अंदर साफ-सफाई के साथ उसके सजावट बगैरह की चीजों में आजकल लोग बहुत सारे पैसे खर्च करते हैं। वास्तु नियमों के अनुसार या फिर किसी जाने-माने इंटीरियर डेकोरेटर को बुलवा कर घर की साज-सज्जा में पैसे लगाते हैं।

बहुत से घरों में हम लोग एथनिक, प्राचीन एवं खूबसूरत मूर्तियां एवं शो पीस जैसी चीज रखना पसंद करते हैं, ताकि उनका घर खूबसूरत नजर आए। लेकिन वास्तु के हिसाब से इन मूर्तियों को घर में सजाने से पहले कई बातें ऐसी है जिनका ध्यान रखना जरूरी है।

दरअसल वास्तु के अनुसार घरों में मूर्तियों को रखना शुभ तो माना जाता है लेकिन कुछ ऐसी मूर्तियां हैं जिन्हें रखने से बचना चाहिए। वास्तु के मुताबिक कुछ मूर्तियां ऐसी भी होती हैं जो घर के अंदर नकारात्मक माहौल बना सकती हैं। वास्तु नियमों एवं वास्तु दोषों का सीधा-सीधा असर हमारे जीवन एवं सुख समृद्धि पर पड़ता है, आइए जानते हैं वास्तु या फेंग शुई नियम के अनुसार किस तरह की मूर्तियां रखनी चाहिए।

हाथी की मूर्ति: वास्तु नियमों के अनुसार हाथी को समृद्धि एवं ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है, जिसको अन्य शब्द में हम एरावत कहते हैं। ज्योतिष एवं हिन्दू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार घर में हाथी की मूर्ति रखना शुभ होता है।

वास्तु के जानकारों के मुताबिक हाथी की मूर्ति पीतल या चांदी की भी खरीद सकते हैं, क्योंकि चांदी को सबसे ज्यादा समृद्धि वाला धातु माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोने वाले कमरे या आपके बेडरूम में हाथी की कोई प्रतिमा रखी जाए तो राहु दोषों से मुक्ति मिल जाती है।

कछुए की मूर्ति: फेंगशुई वास्तु नियम, वैदिक वास्तु नियमों की तरह ही फलदाई एवं लाभकारी माना जाता है। फेंगशुई वास्तु नियम के अनुसार घर में कछुए की प्रतिमा रखी जाए तो धन लाभ मिलता है।

वहीं हिन्दू धर्म के अनुसार समुद्र मंथन के समय विष्णु जी ने कछुए का अवतार धारण किया था और भगवान विष्णु वहां स्वयं माता लक्ष्मी वास करती हैं, और जहां मां लक्ष्मी का वास हो, वहां धन और वैभव की कभी कमी तो हो ही नहीं सकती। लेकिन मूर्ति को रखते वक्त ध्यान रहे की कछुए का मुख कमरे के अंदर जाता हुआ दिखना चाहिए।