Vastu Tips for Positivity: वास्तु शास्त्र में यह माना जाता है कि घर की ऊर्जा को सकारात्मक बनाकर अलग-अलग प्रकार के योग बनाए जा सकते हैं। कहते हैं कि इन योगों की सहायता से धन, दौलत, सेहत, खुशियां और सफलता पाई जा सकती है। इसलिए अक्सर लोग यह जानना चाहते हैं कि वास्तु शास्त्र के ऐसे कौन-से उपाय हैं जिन्हें अपनाकर घर से नकारात्मकता को दूर किया जा सके और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया जा सके। कहते हैं कि वास्तु शास्त्र के उपायों का असर धीमी गति से होता है। लेकिन ये उपाय बहुत कारगर होते हैं। इनकी मदद से घर का माहौल बदला जा सकता है।

किचन की दीवार का रंग – बताया जाता है कि घर के किचन की दीवार का रंग घर के वास्तु को प्रभावित कर सकता है। इसलिए यह बताया जाता है कि किचन की दीवार पर लाल, पीला या नारंगी रंग किया जाना चाहिए। कहते हैं कि यह रंग ऊर्जा के प्रतीक होते हैं। इनकी मदद से घर के अन्न में भी सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है जिससे घर के सदस्यों में भी सकारात्मकता लाई जा सकती है।

बेडरूम में नहीं लगाते आईना – वास्तु शास्त्र के खास उपायों में यह बताया जाता है कि बेडरूम में आईना नहीं लगाना चाहिए। इससे घर की ऊर्जा में परिवर्तन आता है जो कि घर के सदस्यों के लिए अच्छा संकेत नहीं है। अगर आपके घर का आकार छोटा है और आपको अपने बेडरूम में आईना या ड्रेसिंग टेबल लगाना पड़ रहा है तो यह कोशिश करें कि बेड पर लेटे हुए आप या आपके शरीर का कोई भी अंग उस आईने में नजर ना आए।

ग्रे, डार्क ब्लू और ब्लेक कलर से दूरी – घर में रंगों का महत्व बहुत अधिक होता है। आजकल कई लोग घर को मॉर्डन लुक देने के लिए ग्रे, डार्क ब्लू और ब्लेक कलर से अपने घर की दीवार रंगते हैं। आपको बता दें कि ऐसी दीवार आपके घर में नकारात्मकता ला सकती है। इसलिए कोशिश करें कि घर की दीवार पर यह रंग ना करें। संभव हो तो इसकी जगह पीला, सफेद, बादामी, गुलाबी और नारंगी रंग अपनाएं। इन रंगों से रंग में पॉजिटिव एनर्जी बरकरार रहती है।