कई बार काफी कोशिशों के बावजूद बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। जिसकी वजह से बच्चे पढ़ाई में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं। जिसके चलते बच्चों के पेरेंट्स भी काफी चिंतित रहते हैं। बता दें कि एक बार अविभावक को बच्चे के स्टडी रूम या पढ़ाई करने की जगह के वास्तु पर ध्यान देना चाहिए.आपने देखा होगा कई बार आस-पास का वातावरण यदि अच्छा न हो तो किसी भी काम में मन नहीं लगता और पढ़ते समय एकाग्रता नहीं रहती।

आज हम आपको बताने जा रहें है बच्चों के स्टडी रूम से संबंधित कुछ वास्तु टिप्स, जिसके अनुसार कमरे में व्यवस्था करने से अवश्य ही बच्चों में स्टडी से संबंधित बदलाव देखने को मिल सकता है।

दक्षिण दिशा में रखें स्टडी टेबल:

बच्चों के रूम में यदि स्टडी टेबल रखनी हो तो उसे दक्षिण दिशा में रखें, जिससे अध्ययन के दौरान बच्चे का मुख उत्तर, पूर्व अथवा उत्तर-पूर्व में रहेगा। इससे वे पढ़ाई में एकाग्रचित होंगे। इन दिशाओं की ओर मुख करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे स्मरण शक्ति बढ़ती है एवं बुद्धि का विकास होता है। 

बच्चे करें गणेश जी की पूजा:

गणेश जी की फोटो लगाकर नित्य पूजा करना बच्चों की बुद्धि में वृद्धि और याददाश्त के लिए अति उत्तम उपाय है। इससे बच्चे प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के लिए सक्षम होते हैं।

किताबों की अलमारी रखें इस दिशा में: 

बच्चों के कमरे में हमेशा खुशहाल का प्रतीक वाली तस्वीरें लगानी चाहिए। साथ ही किताबों की अलमारी को पूर्व या उत्तर दिशा में बनवाएं तथा उसकी दैनिक रूप से साफ-सफाई अवश्य की जानी चाहिए। (यह भी पढ़ें)- Astrology: 2022 में शनि देव का पाना चाहते हैं आशीर्वाद, तो साल के पहिले दिन करें ये उपाय

इस जगह लगाएं मां सरस्वती की तस्वीर:

बच्चों के कमरे में महान व्यक्तियों की फोटो लगाएं। ताकि वे उनके जैसा बनने का सोचे। कमरे की पूर्व दिशा में मां सरस्वती की तस्वीर लगा सकते है।

स्टडी रूम हमेशा रखें साफ- सुथरा:

अध्ययन कक्ष शौचालय के निकट कभी नहीं बनवाना चाहिए क्योंकि शौचालय से आने वाली नेगेटिव एनर्जी पढ़ाई से मन को उचटाती है। स्टडी रूम हमेशा साफ-सुथरा होना चाहिए किताबें फैली व अव्यवस्थित न रखें, ऐसा करने से बच्चों का मन एकाग्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। (यह भी पढ़ें)- शुक्र करने जा रहे हैं गुरु की राशि में प्रवेश, 2022 में इन 4 राशि वालों की चमक सकती है किस्मत