Vastu Tips From Home: वास्तु का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। अगर हमारा घर या कार्यस्थल वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो हमारे जीवन में कलह रहती है। साथ ही घर में बिना वजह ही लड़ाईयां होती है और दरिद्री छा जाती है। साथ ही जिस घर में दरिद्री छा जाती है। उस घर से मां लक्ष्मी चलीं जातीं हैं।  यहां हम आपको बताने जा रहे हैं घर बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदा बनी रहे। आइए जानते हैं…

इस दिशा में नहीं होना चाहिए शौचालय:

वास्तु अनुसार दक्षिण पश्चिम दिशा में कोई शौचालय नहीं होना चाहिए, यदि ऐसा होता है तो इसे पितृ दोष भी माना जाता है। यही कारण है कि जिन घरों के दक्षिण- पश्चिम दिशा में शौचालय होते हैं, उनमें राहु और पितृदोष के कारण हमेशा नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और घर से सदस्यों के जीवन में हमेशा आर्थिक तंगी बनी रहती है।

इस दिशा में नहीं रखने चाहिए पौधे:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण- पश्चिम दिशा में हरे पौधों को नहीं रखना चाहिए। इस जगह को वास्तु के अनुसार पौधों के लिए शुभ नहीं माना जाता है। दक्षिण- पश्चिम दिशा में सूर्य का पर्याप्त प्रकाश नहीं पहुंच पाएगा। यदि आपके पास इन दिशाओं में पौधे हैं तो आपको आर्थिक परेशानी का खतरा हो सकता है।

इस दिशा में रखें भारी सामान:

आपके घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में अधिक खिड़कियां और दरवाजे हैं तो भगवान हनुमान की मूर्ति इस तरह से रखें कि उनकी आंखें हमेशा दक्षिण की दिशा की तरफ होनी चाहिए। घर के दक्षिण पश्चिम कोने हमेशा भरे होने चाहिए। वास्तु के अनुसार, इस दिशा को भारी सामान रखने के लिए उचित माना जाता है। यह राहु ग्रह को शांत रखने में मदद करता है।

इस दिशा में करना करना चाहिए रसोई का निर्माण:

घर में रसोई का निर्माण दक्षिण-पूर्व दिशा यानि आग्नेय कोण में करना चाहिए। इस दिशा के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। वास्तु के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा में रसोई नहीं बनानी चाहिए। इससे आपके घर में अनावश्यक खर्च होता है। रसोई घर में चूल्हा रखने का स्थान पूर्व या उत्तर दिशा की ओर बनाना उचित रहता है। जिससे भोजन बनाते समय हमारे घर की महिलाओं का मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ रहे।