वास्तु शास्त्र(Vaastu Shaastra) में घर बनवाने से लेकर उसे व्यवस्थित करने तक को लेकर नियम-कानून हैं। वास्तु शास्त्र अनुसार सुसंगत रूप से निर्मित और सजाया हुआ घर एक खुशी, स्वास्थ्य, धन और सौभाग्य (money and luck) लाता है।
यह हमेशा से प्रश्न रहा है कि घर में क्या रखा जाए और क्या नहीं। बता दें कि घर में कांच या उससे बनी हुई कोई चीज धोखे से टूट गई है तो उसे आपको तुरंत हटा देना चाहिए क्योंकि वह एक अशुभता का संकेत माना जाता है। वास्तु के अनुसार घर में टूटा शीशा नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है। इससे लक्ष्मी जी भी रूठ जाती हैं और घर में दरिद्रता भी आती है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि आप अपने घर और उसमें मौजूद चीजों को वास्तु युक्तियों के अनुकूल रखते हैं तो आपके जीवन में खुशहाली अवश्य आएगी। इसलिए घर के बड़े-बुजुर्ग टूटे शीशे व कांच को जल्द से जल्द घर से हटाने के लिए कहते हैं, क्योंकि यह घर में अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि टूटा हुआ शीशा घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा चली जाती है और नकारात्मक ऊर्जा आ जाती है।
माना जाता है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि टूटे हुए शीशे में जो लाइट पड़ती है उससे नेगेटिव एनर्जी निकलती है और इसका प्रभाव घर के लोगों पर पड़ता है। साथ ही उनका व्यवहार एक-दूसरे के प्रति बहुत ही नकारात्मक हो जाता है।
टूटी-फूटी वस्तुएं : टूटे-फूटे बर्तन, दर्पण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, तस्वीर, फर्नीचर, पलंग, घड़ी, दीपक, झाड़ू, मग, कप आदि कोई सा भी सामान घर में नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है और व्यक्ति मानसिक परेशानियां झेलता है।
इस दिशा में लगाएं शीशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार हम अपने घर के शीशे को जिस भी दिशा में लगाते हैं शीशा उस दिशा की ऊर्जा को दोगुना कर देता है और पूरे घर का सबसे श्रेष्ठ स्थान होता है ईशान कोण इसलिए हमें अपने घर के शीशे को ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व के कोने में ही लगाना चाहिए।
कमरें में दरवाजे के अंदर की ओर दर्पण नहीं लगाना चाहिए यदि दरवाजा ईशान कोण की तरफ है तो दर्पण लगाया जा सकता है।दर्पण घर की दीवारों पर न तो ज्यादा ऊपर और न ही ज्यादा नीचे लगाना चाहिए, वर्ना घर के लोगों को शारिरीक तकलीफ से गुजरना पड़ सकता है। इसके साथ ही दर्पण को खिड़की या दरवाजे की ओर देखता हुआ न लगाएं।