Vastu Tips for Removing Vastudosh: मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का त्योहार नवरात्र हरेक कार्य के लिए शुभ माना जाता है। कहते हैं कि नवरात्र के दौरान सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के दौरान अगर वास्तुदोष दूर करने के उपाय किए जाएं तो इनका फल बहुत जल्दी मिलता है। नवरात्र में किए गए वास्तुदोष दूर करने के उपाय जल्द ही असर दिखाते हैं।
घर लाएं मां दुर्गा की प्रतिमा – नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा घर लेकर आनी चाहिए। मान्यता है कि इससे घर का वास्तुदोष ठीक होता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि प्रतिमा का पिछला भाग सपाट न हो यानी प्रतिमा पीछे से भी बनी होनी चाहिए। साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें कि प्रतिमा खंडित न हो। ऐसी प्रतिमा को घर के ईशान कोण में रखने से नकारात्मकता घर से जाती है और घर का वास्तु भी ठीक रहता है।
मां दुर्गा के मंत्रों का करें जाप – नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा माना जाता है की देवी दुर्गा दुर्गति का नाश करती हैं। इसलिए यह कहा जाता है कि जो व्यक्ति नवरात्र के दौरान दुर्गा मंत्रों का जाप करता है उसके घर से नकारात्मक ऊर्जाएं बाहर जाती हैं और घर का वास्तुदोष भी ठीक हो जाता है। मान्यता है कि इन मंत्रों की आवाज घर के किस कोने में जाएगी उस कोने की शुद्धि हो जाती है।
घर में पवित्रता बनाए रखें – नवरात्रि के दौरान घर में पवित्रता बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। कहते हैं कि देवी दुर्गा को शुद्धता और पवित्रता अति प्रिय हैं। इसलिए नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से घर की साफ-सफाई का ध्यान रखें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि गलती से भी घर में कोई तामसिक भोजन न पके और न ही घर की रसोई में किसी तरह का तामसिक भोजन रखा रहे।
खंडित प्रतिमा और देव चित्र – देवी-देवताओं की जो प्रतिमाएं या चित्र खंडित हो जाते हैं यानी टूट-फूट जाते हैं उन्हें घर में नहीं रखना चाहिए। घर में ऐसी प्रतिमाएं या चित्र रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। इसलिए नवरात्र के दौरान ऐसे प्रतिमाओं और चित्रों को जल में प्रवाहित कर दें या फिर आप चाहें तो अपने घर के गमलों की मिट्टी में भी इन्हें दबा सकते हैं।