Vaishakh Purnima 2025: हिंदू धर्म में हर पूर्णिमा का खास महत्व होता है, लेकिन वैशाख महीने की पूर्णिमा को बेहद शुभ और फलदायी माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा के लिए समर्पित होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल वैशाख पूर्णिमा आज यानी 12 मई, सोमवार को मनाई जा रही है। इस दिन व्रत रखने, दान करने और पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है। लेकिन ज्योतिष की मानें तो कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें इस दिन करने से बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि वैशाख पूर्णिमा के दिन क्या नहीं करना चाहिए।
क्यों खास होती है वैशाख पूर्णिमा?
वैशाख पूर्णिमा को धर्म, पुण्य और तप का दिन कहा गया है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा करने पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा चंद्रमा भी पूर्ण रूप से नजर आता है, जो शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
वैशाख पूर्णिमा पर बिल्कुल न करें ये गलतियां
काले रंग से करें परहेज
इस दिन न तो काले कपड़े पहनें और न ही किसी को काले रंग की वस्तु दान करें। क्योंकि हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और मांगलिक कार्यों में काले रंग को अशुभ माना गया है।
मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से बचें
वैशाख पूर्णिमा के दिन मांसाहार, मदिरा, लहसुन-प्याज जैसे तामसिक चीजों से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। यह दिन संयम और शुद्धता का प्रतीक होता है।
बाल और नाखून न काटें
धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा के दिन बाल धोना, कटवाना और नाखून काटना अशुभ होता है। इसलिए इस दिन इन कार्यों से बचना चाहिए।
साफ कपड़े ही पहनें
पूजा करते समय गंदे या बिना धुले कपड़े पहनने से पूजन फल नहीं मिलता। इसलिए कोशिश करें कि इस दिन हल्के रंग के साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर पूजा करें।
धर्म संबंधित अन्य खबरों के लिए क्लिक करें
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।