Vaishakh Amavasya 2023 Deepdaan : हिंदू धर्म में वैशाख माह का विशेष महत्व है। वैशाख मास की अमावस्या तिथि भी काफी खास होती है। इसे वैशाखी अमावस्या और दर्श अमावस्या के नाम से जाना जाता है।  माना जाता है कि इस दिन स्नान-दान करने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही वैशाख अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैशाख अमावस्या के दिन कुछ खाकस उपाय करके व्यक्ति सुख-समृद्धि, धन-धान्य की बढ़ोतरी के साथ-साथ अकाल मृत्य़ु के भय से भी छुटकारा पा सकता है। जानिए वैशाख अमावस्या के दिन कौन से उपाय करना हो सकता है शुभ।

वैशाख अमावस्या पर करें दीपदान

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि वैशाख अमावस्या के दिन प्रदोष काल के समय यानी शाम के समय दीपदान करना शुभ माना जाता है। इस दिन दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो सकता है। इसके साथ ही पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ-साथ मां लक्ष्मी और विष्णु जी समझ दीपक जलाने से धन-धान्य की बढ़ोतरी होती है। इसके साथ ही हर तरह की बालाओं, गृह क्लेश, रोग-दोष आदि से छुटकारा मिल सकता है।

वैशाख अमावस्या पर करें दीपदान (Pixabay)

वैशाख अमावस्या पर कैसे करें दीपदान

  • शास्त्रों के अनुसार, दीपदान कई तरह के होते हैं, जिसमें देवी-देवता के समझ, विद्वान ब्राह्मण के घर, नदी पर या फिर नदी के किनारे या फिर पितरों के नाम पर दीपदान कर सकते हैं। दीपदान करते समय अपनी कामना अवश्य कहनी चाहिए।
  • अगर आप देवी-देवताओं का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो मिट्टी का दिया लेकर उसमें सरसों का तेल और बाती रखकर जला दें।
  • पितरों के लिए दीपक जला रहे हैं, तो दक्षिण दिशा की ओर दीपक का मुख करके रखें। इसमें सरसों का तेल और 2 लंबी बाती रखकर जला दें। जलाते समय पितरों स सुख-समृद्धि की कामना करें।
  • अगर जल में दीपक प्रवाहित करना चाहते हैं, तो आटा से दीपक बनाएं। इसमें घी या सरसों का तेल के साथ बाती रख दें। इसके बाद इसे आम या फिर पीपल के पत्ते के ऊपर रखकर जल में प्रवाहित कर दें।