आगामी 27 जुलाई को दुनियाभर के लोग 21वीं सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण के साक्षी बनने वाले हैं। इसे लेकर दुनियाभर के लोगों में उत्साह नजर आ रहा है। खगोल विज्ञान की दृष्टि से देखें तो यह एक अति महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। खगोल शास्त्री भी इसका काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के बीच भी इसकी काफी चर्चा हो रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इस दुर्लभ चंद्र ग्रहण का कई लोगों की जन्मकुंडली पर काफी गहरा प्रभाव पड़ने वाला है। हिंदू धर्म में सामान्य तौर पर ग्रहण का लगना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान के संकट में होने पर ग्रहण लगता है। खैर, इतना तो कहा ही जा सकता है कि 21वीं सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण को देखना अपने आप में बहुत खास होगा।

इस समय लगेगा चंद्र ग्रहण: साल 2018 का यह दूसरा चंद्र ग्रहण है। इससे पहले इसी साल जनवरी महीने में चंद्र ग्रहण लग चुका है। जुलाई महीने में लगने वाला चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण रात 11:54 से शुरू होकर रात 3:49 बजे पर समाप्त होगा।

Chandra Grahan 2018 UPDATE

चंद्र ग्रहण की कुल अवधि: 27 जुलाई को लग रहे चंद्र ग्रहण को 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बताया जा रहा है। यानी कि यह चंद्रग्रहण साल 2001 से लेकर साल 2100 तक का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा। इसकी कुल अवधि 6 घंटा 14 मिनट रहेगी। इसमें पूर्णचंद्र ग्रहण की स्थिति 103 मिनट तक रहेगी।

यहां पर देखा जा सकता है चंद्र ग्रहण का लाइव प्रसारण: चंद्र ग्रहण का लाइव प्रसारण हर बार की तरह इस बार भी नासा के जरिए किया जाएगा। आप नासा के यूट्यूब चैनल और ट्वीटर हैंडल पर चंद्र ग्रहण की लाइव अपडेट्स देख सकते हैं।

इसलिए कहा जा रहा है ‘ब्लड मून’: ‘ब्लड मून’ के बारे में साधारण सी बात यह है कि ऐसा चंद्रमा के लाल रंग का दिखाई देने की वजह कहा जा रहा है। दरअसल, पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा जब धरती की छाया में रहता है तो इसकी आभा रक्तिम(लाल) हो जाती है जिसे ब्लड मून (लाल चांद) कहा जाता है।

यहां देखें Chandra Grahan 2018