गुजरात में एक ऐसा मंदिर है जिसे घी से धोया जाता है। इस वजह से यह मंदिर अपने आपमें बहुत खास हो जाता है। बता दें कि यह मंदिर गुजरात के गांधीनगर में रूपल नामक एक गांव में स्थित है। इसे वरदायिनी देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है। भक्त जब इस मंदिर को घी से धोते हैं तब ऐसा मालूम पड़ता है कि जैसे मंदिर से घी की नदी बह रही हो। इस प्रकार से मंदिर धोए जाने का यह नजारा अपने आपमें बहुत विशिष्ट होता है। ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर को घी से धोए जाने की यह परंपरा बहुत पुरानी है। ऐसी मान्यता है कि घी से मंदिर को धुलने पर वरदायिनी देवी की कृपा बरसती है। ऐसा करने से मंदिर की पवित्रता बनी रहती है और भक्तों के जीवन में सम्पन्नता आती है।
मालूम हो कि नवरात्रि के मौके पर वरदायिनी देवी मंदिर का नजारा देखते ही बनता है। दरअसल इस अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगती है। भक्त बड़ी ही श्रद्धा के साथ इस मंदिर में काफी दूर-दूर से आते हैं। कहते हैं कि नवरात्रि की नवमी के मौके पर लकड़ी से बना एक रथ पूरे गांव में घुमाया जाता है। इस रथ पर बने पांच सांचों में अखण्ड ज्योति जलाई जाती है। बताते हैं कि इस रथ और ज्योति को देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह पाया जाता है। भारी तादात में लोगों के जमा हो जाने से रथ के आसपास काफी भीड़ लग जाती है।
ऐसा कहा जाता है कि भक्त बड़ी ही श्रद्धाभाव के साथ रथ पर घी चढ़ाते हैं। माना जाता है कि वरदायिनी देवी को घी चढ़ाने से उनकी कृपा बरसती है। इससे भक्तों की सारी समस्याएं दूर होने लगती हैं और वे एक अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं। बता दें कि भक्त अपनी-अपनी क्षमता के हिसाब से घी चढ़ाते हैं। जो लोग काफी क्षमतावान होते हैं, उनके द्वारा भारी मात्रा घी चढ़ाया जाता है। इससे कई बार बहुत सारा घी जमा हो जाता है।