Neelam Ratna (Blue Sapphire Stone) Benefits For Shani Sade Sati And Shani Dhaiya People: अकसर लोगों के मन में शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या को लेकर डर रहता है। इसलिए हर कोई इससे मुक्ति पाने के लिए कई उपाय भी करता है। कहते हैं कि शनि अगर कुंडली में कमजोर स्थिति में विराजमान हैं तो जातक को लाइफ में कई दुखों का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर इनकीं स्थिति शुभ है तो सुखों में भी कोई कमी नहीं रहती। शनि की महादशा चल रही है तो ज्योतिष नीलम रत्न पहनने की सलाह देते हैं। जानिए नीलम रत्न पहनने के फायदे और किन्हें करता है ये रत्न सूट?

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन भी नीलम की अंगूठी पहनते हैं। कहा जाता है कि अपनी लाइफ के मुश्किल दिनों में बिग बी ने इस रत्न को धारण किया था। नीलम शनि ग्रह का रत्न है। कहते हैं कि अगर नीलम रत्न व्यक्ति को सूट कर जाए तो यह किसी को भी फर्श से अर्श तक पहुंचा देता है। शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित जातकों के लिए ये रत्न बेहद ही शुभ रहता है। इसे पहनने से शनि के शुभ प्रभावों में वृद्धि होती है। जिससे व्यक्ति लाइफ में खूब तरक्की करता है।

किसे ज्योतिष की सलाह से पहनना चाहिए नीलम?
-कुंभ और मकर राशि वालों को नीलम सूट करता है। वहीं मकर एवं कुंभ लग्न के व्यक्ति भी नीलम पहन सकते हैं।
-जिनकी कुंडली में शनि कमजोर, वक्री और अस्त है और शुभ भाव में बैठे हैं तब भी नीलम पहना जा सकता है।
-शनि षष्‍ठेश या अष्‍टमेश के साथ बैठा हो तब भी इस रत्न को धारण किया जा सकता है।
-जब शनि की महादशा, अन्तर्दशा, शनि साढ़े साती या ढैय्या चल रही हो तो भी इस रत्न को धारण किया जा सकता है।
-इस सबके अलावा नीलम पहनने से पहले किसी अच्छे ज्योतिष की सलाह जरूर लें। यह भी पढ़ें- चाणक्य नीति: इन 5 चीजों के होने पर बुरा समय भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता

शनि साढ़े साती में प्रभावकारी: शनि साढ़े साती से पीड़ितों के लिए ये रत्न काफी शुभ रहता है। नीलम रत्‍न की प्रभावी किरणें शनि की साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव से व्यक्ति की रक्षा करती हैं। यह एक रक्षा कवच की तरह काम करता है।

नीलम रत्न से होने वाले लाभ:
-नीलम रत्न या ब्लू सेफायर तुरंत ही अपना परिणाम दिखाने लगता है।
-अगर ये सूट कर जाए तो यह आपको उन्नति के शिखर तक लेकर जाता है और जीवन में तमाम सुख सुविधाएं मिलती हैं।
-नीलम रत्न नकारात्मक चीजों से बचाने का काम करता है।
-नीलम रत्न जटिल चीज़ों को भी सरल करता है और जीवन में शांति लाता है।
-ये रत्न पाचन क्रिया सुधारता है और इसे धारण करने से रुके हुए कार्यों को गति मिलती है और वे पूर्ण होते हैं। यह भी पढ़ें- सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश इन 5 राशि वालों के लिए शुभ, देखें आपकी राशि इसमें है या नहीं?