Shani Sade Sati: वैदिक ज्योतिष में शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय प्रदाता माना गया है। मतलब शनि देव व्यक्ति को कर्मों आधार पर फल प्रदान करते हैं। साथ ही शनि देव सबसे धीमी गति से राशि परिवर्तन करते हैं। मतलब वह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग ढ़ाई साल का समय लेते हैं। साथ ही शनि देव के गोचर करते ही कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होती है तो कुछ पर समाप्त। आपको बता दें कि शनि देव ने जनवरी 2024 को कुंभ राशि में प्रवेश कर लिया था, जिससे मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई थी और कुंभ राशि के जातकों को इससे मुक्ति मिली थी। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि पर ढैय्या शुरू हुई थी। वहीं यहां हम बताने जा रहे हैं कि आने वाले 10 सालों में किस- किस पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या रहेगी, आइए जानते हैं…
इन राशियों पर रहेगा 2025 तक साढ़ेसाती का प्रभाव
वैदिक ज्योतिष अनुसार अभी मीन राशि के लोगों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण चल रहा है। इस राशि के लोगों को 8 अगस्त 2029 को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। वहीं इसके साथ ही कुंभ राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। इस राशि के जातकों को 3 जून 2027 को साढ़े साती से मुक्ति मिलने जा रही है। वहीं मकर राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। इन लोगों को 29 मार्च 2025 को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।
इन राशियों पर रहेगी साढ़ेसाती
वहीं मार्च 2025 को शनि देव राशि परिवर्तन करेंगे। जिससे मेष राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी। साथ ही इन लोगों को 3 जुलाई 2034 को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही 3 जून 2027 से वृषभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण आरंभ हो जाएगा। इस राशि के जातकों को 13 जुलाई 2034 को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी। वहीं मिथुन राशि के लोगों पर 8 अगस्त 2029 को साढ़ेसाती आरंभ होगी और 27 अगस्त 2036 तक चलेगी। यह समय इन राशियों को थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। जरूरी काम रुक सकते हैं। साथ ही सेहत खराब रह सकती है। वहीं नौकरी और व्यापार धीमा चलेगा। वहीं कर्क राशि के लोगों पर 31 मई 2032 से साढ़ेसाती शुरू होगी 22 अक्टूबर 2038 को समाप्त होगी।
इन राशियों को मिलेगी ढैय्या से मुक्ति
वहीं अभी कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है। वहीं इन लोगों को साल 2025 में शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।
