रत्न और ज्योतिष का परस्पर धनिष्ठ संबंध है। ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से प्रत्येक ग्रह का एक प्रतिनिधि रत्न निर्धारित किया गया है। इसलिए आज हम बात करने जा रहे हैं नीलम रत्न के बारे में, जो शनि ग्रह का रत्न है। रत्न विज्ञान के अनुसार नीलम को बहुत ही ताकतवर और प्रभावी माना गया है। यह रत्न व्यक्ति को अर्श से फर्श पर फर्श से अर्श तक ले जाने की ताकत रखता है। इसलिए इस रत्न को पहनने से पहले कई प्रकार की सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं। कई बार देखा गया है लोग शौक- शौक में नीलम धारण लेते हैं जो कि गलत है। आपको बता दें ये जरूरी नहीं कि नीलम हर किसी के लिए शुभ फलदायक हो, कुछ व्यक्तियों के लिए इसको धारण करना घातक भी सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं किन राशियों के लोगों को नीलम नहीं करना चाहिए धारण…
इन राशि वालों को नहीं पहनना चाहिए नीलम:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन राशि के लोगों को नीलम धारण करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस राशियों के स्वामी से शनि देव से शत्रुता रखते हैं। अगर आप नीलम धारण करेंगे तो करियर और कार्यक्षेत्र में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। घर की सुख- शांति भी जा सकती है।
इस स्थिति में भी न धारण करें नीलम:
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में शनि की स्थिति को जानकर ही नीलम धारण करना चाहिए। अगर कुंडली में शनि की स्थिति सकारात्मक नहीं हो भूलकर भी इस रत्न को धारण नहीं करना चाहिए। कुंडली में शनि अगर सूर्य ग्रह के साथ स्थित है तो भी नीलम धारण नहीं करना चाहिए। साथ ही कुंडली में शनि-राहु, शनि-मंगल कुंडली के छठवें, आठवें और बारहवें भाव में स्थित हों तो भी नीलन रत्न नहीं धारण करना चाहिए। वहीं कुंडली में अगर शनि तुला राशि में स्थित हो तो नीलम धारण कर सकते हैं। क्योंकि तुला राशि में शनि उच्च के माने गए हैं। (यह भी पढ़ें): मनी माइंडेड होते हैं इन 4 राशियों के लोग, कम समय में बन जाते हैं बड़े बिजनेसमैन
नीलम नोट- रत्नविज्ञान में नीलम के दो उपरत्न भी बताए गए हैं लीलिया और जमुनिया। आप इनको धारण करके भी देख सकते हैं क्योंकि अगर इनका रिजल्ट सकारात्मक रहता है तो आप आगे नीलम रत्न को भी धारण कर सकते हैं। क्योंकि नीलम रत्न बाजार में बहुत मंहगा मिलता है। लेकिन धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह जरूर ले लें।