नमक हम सबके भोजन का अहम हिस्सा है। नमक के बिना कई सारे पकवान स्वादहीन हो जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नमक के प्रयोग पर ज्योतिष शास्त्र की क्या राय है? यदि नहीं तो हम आज आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में नमक का संबंध शुक्र और चंद्रमा ग्रह से बताया गया है। कहते हैं कि नमक के सही ढंग से प्रयोग से इन ग्रहों को मजबूत किया जा सकता है। कहा जाता है कि नमक को सदैव कांच के बर्तन में ही रखना चाहिए। और जहां तक संभव हो इसे बर्बाद बिलकुल भी नहीं होने देना चाहिए। इसके साथ ही नमक को जमीन पर गिराने के लिए भी मना किया गया है। क्या आप जानते हैं कि नमक को सीधे किसी व्यक्ति के हाथ में देने से मना किया गया है? जी हां, ऐसी मान्यता है कि इससे आपके उस व्यक्ति से संबंध खराब हो सकते हैं।
कहा जाता है कि नमक से युक्त भोजन उसी व्यक्ति का ग्रहण करना चाहिए, जिसके संस्कार अच्छे हों। इसके साथ ही मजबूरी या दबाव में किसी व्यक्ति का नमक ग्रहण करने के लिए मना किया गया है। बता दें कि नमक के कुछ ज्योतिषीय प्रयोग भी बताए गए हैं। कहते हैं कि ऐसे लोगों को समुद्री नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिनकी कुंडली में चंद्रमा ग्रह कमजोर हो।
ज्योतिष के अनुसार, समुद्री नमक का प्रयोग करने से मंगल ग्रह की दशा मजबूत होती है। बताते हैं कि नमक के पात्र में लौंग रखने से घर में समृद्धि आती है। इसके साथ ही पानी में नमक डालकर पोंछा लगाना भी लाभकारी बताया गया है। कहते हैं कि ऐसा घर करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता आती है। माना जाता है कि इससे घर के लोगों का तनाव कम होता है और वे लोग अपनी जिंदगी में काफी उन्नति करते हैं।