Tilak Connection with Zodiac : धार्मिक पुराणों या पौराणिक कथाओं में तिलक को भगवान में आस्था का प्रतीक बताया गया है। इसलिए हर शुभ कार्य से पहले तिलक लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से शांति और ऊर्जा मिलती है।

भारत में कई प्रकार के तिलक प्रचलित हैं जैसे चंदन का तिलक, गोपीचंदन, सिंदूर, रोली और भस्म। तिलक (Tilak Connection with Planet) लगाने से व्यक्तित्व में सात्त्विकता झलकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल रंग का तिलक हर किसी को नहीं करना चाहिए? आइए जानते हैं कि किन लोगों को लाल रंग का तिलक नहीं करना चाहिए-

लाल रंग का प्रभाव और ग्रहों से कनेक्शन

हमारे जीवन में खुशियों का आना और जाना ग्रहों की चाल पर निर्भर करता है। ग्रहों के उतार-चढ़ाव के अलावा उनसे जुड़े रंगों का प्रभाव हमारे जीवन पर भी पड़ता है। मंगल की बात करें तो इसका संबंध लाल रंग से माना जाता है। लाल सभी रंगों में सबसे शक्तिशाली है। लाल मंगल का रंग है। मंगल साहस और पराक्रम का ग्रह है। अतः स्पष्ट है कि मंगल की तरह इस रंग का भी प्रभाव है। यह रंग शक्तिशाली प्रकृति का है और उत्तेजना और क्रोध का प्रतिनिधि करता है।

इन लोगों को नहीं लगाना चाहिए लाल रंग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि और वृश्चिक राशि वालों का स्वामी मंगल ग्रह है। मंगल का रंग लाल है, इनके लिए लाल रंग बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन यदि इन दोनों राशियों के जातकों की कुंडली में मंगल नीच का और अशुभ हो तो इन्हें लाल रंग से बचना चाहिए। ऐसे लोगों पर लाल रंग शुभ फल नहीं देता है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इन स्थिति में मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाल रंग शुभ नहीं माना जाता है।

इन लोगों को भी नहीं लगाना चाहिए लाल रंग का तिलक

ज्योतिष शास्त्र शनि ग्रह और मंगल ग्रह को एक दूसरे का शत्रु माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि का प्रिय रंग है काला और शनि को लाल रंग से नफरत है। शनि मकर और कुंभ राशि के स्वामी माने जाते हैं, ऐसे में मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए लाल रंग अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि लाल रंग का वस्त्र पहनने से तिलक लगाने से जातकों से शनि देव रुष्ट हो सकते हैं और उन्हें दंड दे सकते हैं।