हिंदू धर्म में भजन-कीर्तन करने-कराने की परंपरा है। शादी-विवाह जैसे खास मौकों पर भजन-कीर्तन कराए जाते हैं। इसे बहुत ही शुभ माना गया है। इसके अलावा सामान्य दिनों में भी लोग अपने घरों में भजन-कीर्तन कराते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भजन-कीर्तन कराने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। साथ ही घर की समस्त नकारात्मकता दूर हो जाती है। भजन-कीर्तन कराने से परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की बात भी कही गई है। मान्यता है कि जिस घर में नियमित रूप से भजन-कीर्तन होता है, वहां पर लक्ष्मी जी वास करती हैं। इन सबके बीच कुछ ऐसी जरूरी बाते हैं जिनका भजन-कीर्तन करते या कराते समय ध्यान रखना चाहिए।

इन पांच बातों का रखें ध्यान:

1. भजन-कीर्तन करते समय आपका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। इन दो दिशाओं को छोड़कर किसी अन्य दिशा में भजन-कीर्तन करने से मन भटकने की बात कही गई है।

2. भजन-कीर्तन करने से पहले भगवान गणेश की मू्र्ति स्थापित करना जरूरी बताया गया है। कहा जाता है कि गणेश जी को याद किए बिना भजन-कीर्तन का संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।

3. आप जिस भी देवी-देवता का भजन कर रहे  हों, उनके चित्र के समक्ष गाय के घी का दीपक जरूर जलाएं। इसके साथ ही धूप जलाना और जल का पात्र रखना भी अनिवार्य माना गया है।

4. भजन-कीर्तन करते समय साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। जिस स्थान पर भजन-कीर्तन का आयोजन हो रहा हो, वहां पर गंदगी नहीं होनी चाहिए।

5. भजन-कीर्तन का आयोजन सामूहिक रूप से कराना शुभ माना गया है। यानी कि भजन-कीर्तन में परिवार से समस्त लोगों को हिस्सा लेना चाहिए। इसके साथ ही पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी आमंत्रित करना चाहिए।