शास्त्रों की मान्यता है कि प्रकृति हमेशा कुछ संकेत देती है। ये संकेत अच्छे और बुरे दोनों हो सकते हैं। कहते हैं कि यदि पश्चिक दिशा में लाल रंग ज्यादा सुर्ख और लगातार दिखे तो यह अशुभ संकेत होता है। वहीं अगर पश्चिम में पीलापन बढ़ता चला जाए, रात में पक्षी बिना शोर किए सो रहे हैं तो यह कुछ अच्छा होने का संकेत माना जाता है। इसी प्रकार के बहुत सारे संदेश प्रकृति देती है। प्रकृति के द्वारा दिए जाने वाले इन संकेतों को जानकर आगे आने वाले संकटों को टाला जा सकता है। जानते हैं कि आखिर वो पांच संकेत कौन-कौन से हैं, जो ये दर्शाते हैं कि आगे कोई संकट आने वाला है।

मधुमक्खी का छत्ता: अगर मकान में मधुमक्खियां बार-बार छत्ता लगाए तो इसे अशुभ संकेत माना गया है। ऐसा मान जाता है कि इससे घर के किसी बुजुर्ग की तबीयत खराब हो सकती है। साथ ही घर के मुखिया का भी स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

छिपकलियां: घर में अचानक कभी-कभी बहुत सारी छिपकलियां दिखने लगती है। अचानक ढेरों छिपकलियों का दिखना अशुभ संकेत माना गया है। कहते हैं कि ये संकेत देता है कि आगे आने वाले समय घर में लोगों के बीच अनावश्यक तनाव बढ़ सकता है। साथ ही यह संकेत बताता है कि घर में धन की कमी हो सकती है। इसके अलावा घर का कोई अपना घर से दूर जाता है।

अचानक नींद कम होना: कई बार कुछ लोगों को अचानक नींद में कमी आ जाती है। साथ ही रात भर करवटें बदलते रखते हैं, उन्हें कम सोने का मन करता है। इसके अलावा कई बार लोग नींद में टॉइलेट जाने के लिए भी उठने लगते हैं। ये सभी संकेत भी अशुभता का लक्षण माना गया है। माना जाता है कि ये सभी प्रतिष्ठा, सेहत और धन हानि का संकेत देते हैं। यानि आगे आने वाले समय में धन का संकट हो सकता है।

जेवर खोना: कई बार कुछ लोगों का आभूषण खो जाता है। साथ ही कुछ लोग इस बात से भी परेशान रहते हैं कि बार-बार उनका आभूषण खो जाया करता है। शास्त्रों की माने तो ये संकेत भी शुभ नहीं माने गए हैं। माना जाता है कि जेवर खोने से धन, सेहत और प्रतिष्ठा की हानि हो सकती है।

पालतू पशु की मौत: घर में किसी पालतू पशु का मरना भी एक अशुभ संकेत माना गया है। यदि आपके पालतू पशु की अचानक ही मृत्यु हो जाती है तो यह इस बात का संकेत होता है कि आपके घर में दरिद्रता का आगमन होने वाला है।