पारद को भगवान शंकर का स्वरूप माना जाता है। इसके साथ ही पारद से बने शिवलिंग की पूजा के ढेरों लाभ बताए गए हैं। ऐसा कहा जाता है कि पारद से बने शिवलिंग की पूजा करने से शिव जी बहुत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्त की मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। मान्यता है कि पारद से बने शिवलिंग की पूजा करने से नजर लगने की समस्या से बचा जा सकता है। इसके साथ ही इसकी पूजा से सेहत अच्छी बने रहने की भी मान्यता है। ऐसा कहा जाता है कि पूरे साल में कम से कम एक बार जरूर पारद से बने शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। बताते हैं कि यह एक दिन की पूजा भी भक्त को सालभर का फल प्रदान कर देती है।

घर के वास्तुदोष को समाप्त करने के लिए भी पारद से बने शिवलिंग का इस्तेमाल किया जाता है। कहते हैं कि पारद के शिवलिंग की पूजा करने से घर वास्तुदोषों से सुरक्षित रहता है। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने की मान्यता है। बताते हैं कि इसकी पूजा से घर में सकारात्मकता का संचार होता है जिससे परिवार के लोगों के बीच रिश्ते मधुर बने रहते हैं। पारद के शिवलिंग की पूजा से धनलाभ होने की भी मान्यता है। कहा जाता है कि पारद के शिवलिंग की पूजा से व्यापार में तरक्की होती है।

बता दें कि पारद से बनी लक्ष्मी जी की मूर्ति की पूजा से भी धनलाभ होने की मान्यता है। कहते हैं कि पारद के लक्ष्मी की पूजा से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। व्यवसाय में विस्तार होता है और आय के नए स्रोत पैदा होते हैं। इसके अलावा घर में पारद श्रीयंत्र रखने की बात भी कही गई है। कहते हैं कि घर पर पारद श्रीयंत्र रखने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और परिवार के बीच कभी कोई मतभेद खड़ा नहीं होता।