हिंदू धर्म में सामुद्रिक शास्त्र का विशेष महत्व है। सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर की बनावट के आधार पर उसके स्वाभाव और भविष्य का आकलन किया गया है। जी हां, कहते हैं कि ऐसे पति जिनकी कमर पतली होती है, वे बुद्धिमान होते हैं। लेकिन इनकी पत्नियों के शक्की मिजाज होने की मान्यता है। समुद्र शास्त्र की मानें तो ऐसा रिश्ता बनाने में थोड़ी दिक्कतें आती हैं। कई पुरुषों की कमर पर तिल पाया जाता है। इसके साथ ही इनकी कमर मोटी भी होती है। समुद्र शास्त्र के अनुसार ऐसे पतियों को अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है। कहते हैं कि ये लोग जितना कमाते हैं, उससे ज्यादा इनका खर्च हो जाता है।
आपने देखा होगा कि कुछ लोगों की कमर काफी बड़ी होती है। ऐसे लोगों के बारे में कहा जाता है कि ये लोग अपने जीवन में काफी सफलताएं हासिल करते हैं। हालांकि इन लोगों के अपने जीवन के अंतिम सालों में गंभीर बीमारियों से जुझने की भी मान्यता है। सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि जिन पतियों की कमर कुछ ज्यादा ही पतली होती है, ऐसे लोगों के गलत संगति में पड़ने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में इन लोगों कि पत्नियों को सदैव इन पर अपनी नजर बनाए रखनी चाहिए।
कुछ लोगों की कमर में गड्ढा पाया जाता है। समुद्र शास्त्र के मुताबिक ऐसे पति अपने जीवन में काफी ऊंचाइयों को छूते हैं। माना जाता है कि ऐसे लोग व्यवसाय के क्षेत्र में काफी अच्छा करते हैं। इसके साथ ही इन्हें सामाजिक कार्यों में भी दिलचस्पी होने की मान्यता है। कहा जाता है कि ऐसे संकेतों के बावजूद यदि पति-पत्नी में आपसी तालमेल हो तो दांपत्य जीवन में सदैव खुशियां लाई जा सकती हैं। कहते हैं कि एक सफल दांपत्य जीवन के लिए पति-पत्नी के बीच भरोसा, सम्मान और प्यार का होना बहुत जरूरी है।