मंदिर में जाने पर सामान्य तौर पर प्रसाद के रुप में नारियल, मिश्री, मखाने, चने, हलवा आदि का प्रसाद दिया जाता है। वहीं भारत में कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जहां पर प्रसाद के रुप में मिलने वाली वस्तुओं के बारे में कल्पना भी नहीं की जा सकती है। भारत के ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर अजब-गजब चीजें प्रसाद के रुप में मिलती हैं। बीकानेर में स्थित करणी माता मंदिर चूहों वाली माता के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर में 20 हजार से अधिक चूहे रहते हैं। इसी के साथ यहां की खासियत इस मंदिर में मिलने वाला चूहों का झूठा प्रसाद है। यहां पर रहने वाले चूहे माता की संतान माने जाते हैं।
जगन्नाथ मंदिर से आरंभ होने वाली रथयात्रा विश्वभर में लोगों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर में भगवान को 56 भोग लगाए जाते हैं। इसके बाद वो भोग भक्त बाहर स्टॉल्स से खरीदते हैं। गुवाहटी में स्थित कामाख्या देवी मंदिर हर वर्ष लगने वाले मेले के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया जाता है और जब चौथे दिन मंदिर खुलता है तो भक्तों को गीला कपड़ा प्रसाद के रुप में दिया जाता है। मान्यता है कि ये कपड़ा माता के रक्त से भीगा होता है। कलकत्ता के टांगरा में चाइनीज काली माता मंदिर में नूडल्स का प्रसाद दिया जाता है।
मदुरै के अलागार मंदिर में भगवान विष्णु का पूजन होता है, प्रसाद के रुप में इस मंदिर में भक्तों को डोसा मिलता है। केरल के थिरुवंथपुरुम के समीप भगवान कृष्ण के मंदिर में प्रसाद के तौर पर दूध, चीनी और चावल से निर्मित पायसम मिलता है। इसी तरह सीतापुर के खबीस मंदिर में शराब का प्रसाद भक्तों को दिया जाता है। केरल के बालसुब्रमणिया मंदिर में भगवान बालामुरुगन को चॉकलेट बहुत ही प्रिय है, इसलिए यहां भगवान को प्रसाद के रुप में चॉकलेट अर्पित की जाती है और उसी का प्रसाद बांटा जाता है।
