Chanakya Niti in Hindi, चाणक्य नीति: आचार्य चाणक्य को एक महान राजनीतिज्ञ, कुटनीज्ञ के अलावा एक महान शिक्षक का भी दर्जा प्राप्त है। क्योंकि उन्होंने अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण से बालक को मगध का चक्रवर्ती सम्राट बना दिया। नंदवंश के विनाश के बाद चन्द्रगुप्त मौर्य मगध की गद्दी पर आसीन हुए। चाणक्य ने अपने शिष्य चंद्रगुप्त को लेकर जैसी कल्पना की थी वह उनकी उस कल्पना पर शत-प्रतिशत खरे उतरे। चाणक्य को अपना गुरु मानकर और उनकी दिशा पर चलकर चंद्रगुप्त भारत के एक महान सम्राट बन गए। टीचर्स डे के मौके पर जानिए चाणक्य की वो महान नीतियां जिसे अपनाकर आप भी अपने जीवन को सफल बना सकते हैं…

– चाणक्य की नीति कहती है कि सफल वही है जिसे ये मालूम रहता है कि समय कैसा चल रहा है। यदि सुख के दिन हैं तो अच्छे कार्य करते रहें और यदि दुख के दिन हैं तो अच्छे कामों के साथ धैर्य बनाए रखना चाहिए।

– चाणक्य अनुसार व्यक्ति को हमेशा अपनी ताकत की पहचान होनी चाहिए। हमें मालूम होना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं। यदि शक्ति से अधिक काम हम करने की कोशिश करेंगे तो असफल होना तय है।

– इस बात का हमें मालूम होना चाहिए कि हमारे सच्चे मित्र कौन हैं और कौन शत्रु हैं। हमें मित्रों के वेश में छिपे शत्रु की पहचान होनी चाहिए। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि सच्चे मित्र कौन हैं, क्योंकि सच्चे मित्रों की सहायता से आपको सफलता मिल सकती है।

– हम जहां काम कर रहे हैं उस जगह के बारे में हमें पूरी जानकारी होनी चाहिए। साथ ही इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि हमारा प्रबंधक, कंपनी, संस्थान या बॉस हमसे क्या चाहता है। हमें वो काम करना चाहिये जिससे संस्थान को लाभ मिलता हो।

– व्यक्ति को इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि जहां वह काम कर रहा है वो जगह कैसी है, वहां के हालात कैसे हैं। कार्यस्थल पर काम करने वाले लोग कैसे हैं। इस बात का ध्यान रखना जरुरी है।

– व्यक्ति को अपनी आय और व्यय का पता होना चाहिए। जो लोग आय से अधिक खर्च करते हैं, वे हमेशा परेशानियों से घिरे रहते हैं। अगर धन संबंधी सुख पाना चाहते हैं तो कभी आय से अधिक व्यय नहीं करना चाहिए।

– हमेशा दूसरों की गलतियों से सीखना चाहिए क्योंकि उसे अपने ऊपर प्रयोग करने से आपकी आयु ही कम पड़ जायेगी।