इस समय आकाश मंडल में शनिदेव अपनी उल्टी चाल से अपने परम शत्रु मंगल के घर में क्रियाशील हैं। इसके साथ राहु परम शत्रु सूर्य की राशि में पैर जमाए हुए हैं। देव वृहस्पति भी अपने धुरविरोधी बुध की राशि कन्या में बेचैन नजर आ रहे हैं। परिणाम स्वरूप सिर्फ बिहार में राजनैतिक भूकंप ने सर नहीं उठाया, गुजरात सहित अन्य राज्यों में भी राजनैतिक जमीन दरकने लगी है। यही ग्रहयोग पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की आश्चर्यजनक विदाई का सबब बना।

आने वाले साढ़े तीन महीनों में विचित्र तरह की राजनैतिक साजिशें रस्साकशी और बेचैनी दृष्टिगोचर होगी। लोगों के क्रोध और झुंझलाहट में इजाफा होगा। यह ग्रहयोग भूकंप सूनामी और बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं के साथ हवाई, रेल, सड़क दुर्घटनाओं का सबब बनेंगे। आतंकी और नक्सली घटनाओं में वृद्धि होगी परस्पर वैमनस्य बढ़ेगा। कीड़ों और चूहों से फसलें नष्ट होंगी। चीनी के दाम बढ़ेंगे। अर्थव्यवस्था की स्थिति बेचैन करेगी। आम लोगों की नौकरियां जाएंगी। पर जैसे ही नवम्बर के तीसरे हफ्ते में शनिदेव धनु में पुनर्प्रविष्ट होंगे, हालात बदल जायेंगे। नवम्बर के पश्चात के दो वर्षों में नवाज शरीफ की पुनर्वापसी होगी। पर नवाज की कुंडली के अनुसार पाकिस्तान की सत्ता पर नवाज शरीफ का दखल बना रहेगा।

सदगुरु स्वामी आनंद जौहरी ने नवाज शरीफ की कुंडली देखकर पहले ही घोषणा कर दी थी कि उनके हाथ से प्रधानमंत्री की कुर्सी जा सकती है।

ये है नवाज शरीफ की कुंडली।

बता दें, पाकिस्तान की एक कोर्ट ने शुक्रवार को पनामा पेपर लीक मामले में फैसला सुनाते हुए नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। इस मामले में कोर्ट ने नवाज शरीफ के भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाया है। नवाज शरीफ पर आरोप था कि उन्होंने विदेश में अपना काला धन जमा कर रखा है। आज वह कोर्ट में साबित हो गया। कोर्ट के फैसले के बाद विपक्षी दल काफी खुश नजर आ रहे हैं।