Surya Nakshatra Parivartan: सूर्य को ज्योतिष में ग्रहों का राजा कहा गया है। यह आत्मा, पिता, सत्ता, प्रतिष्ठा और आत्मविश्वास का प्रतीक है। जब भी सूर्य अपनी राशि या नक्षत्र बदलते हैं, तो इसका असर हर राशि पर होता है। कभी यह शुभ फल देता है तो कभी जीवन में चुनौतियां लाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 8 जून 2025 को सूर्य रोहिणी नक्षत्र से निकलकर मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 22 जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। मृगशिरा नक्षत्र मंगल ग्रह का है जो सूर्य का मित्र है, लेकिन फिर भी कुछ राशियों के लिए यह बदलाव अशुभ साबित हो सकता है। सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर इन 3 राशियों के लिए थोड़ा कठिन समय लेकर आ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश किन राशियों के लिए अशुभ साबित हो सकता है।
तुला राशि (Libra Zodiac)
सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में आने से तुला राशि के जातकों को आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है। लोग आपकी बातों को गलत तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं जिससे सीनियर अधिकारियों के सामने आपकी छवि खराब हो सकती है। इसके अलावा कार्यस्थल पर तनाव बढ़ सकता है। आपकी मेहनत को नजरअंदाज किया जा सकता है। इस समय किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा न करें क्योंकि धोखा मिलने की संभावना है। मानसिक चिंता भी बढ़ सकती है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए रोज सुबह सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें।
धनु राशि (Sagittarius Zodiac)
धनु राशि वाले जातकों के लिए यह समय थोड़ा अस्थिर हो सकता है। करियर और परिवार दोनों को संभालने में दिक्कत आ सकती है। खासतौर पर जीवनसाथी के साथ तकरार और माता के परिवार के लोगों से विवाद की संभावना है। स्वास्थ्य की बात करें तो पेट और गले से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। विद्यार्थियों को भी इस समय आलस्य से बचना चाहिए, क्योंकि इसका नतीजा परीक्षा परिणामों पर पड़ सकता है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें और गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करके जल चढ़ाएं।
कुंभ राशि (Aquarius Zodiac)
कुंभ राशि वाले जातकों को भी इस समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पारिवारिक जीवन में प्रेमी या प्रेमिका को लेकर माता-पिता से बहस हो सकती है। इस समय किसी भी बात में मर्यादा की सीमाएं न लांघें क्योंकि इससे संबंधों में कड़वाहट आ सकती है। करियर में कोई बड़ा फैसला अभी न लें और हर काम को शांति व सोच-विचार के साथ करें। आसपास के लोगों की बजाय अपने अंतर्मन की आवाज को सुनें। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव की आराधना करें और सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें।
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