Chaturgrahi Yog 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को नवग्रह में से सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई दिन रहते हैं। ऐसे में चंद्रमा की स्थिति में बदलाव के साथ किसी न किसी ग्रह के साथ युति या फिर दृष्टि पड़ती है, जिससे शुभ-अशुभ राजयोगों का निर्माण होने वाला है। नवंबर माह कुछ राशि के जातकों के लिए काफी खास हो सकता है, क्योंकि इस माह कई बड़े-बड़े राजयोगों का निर्माण हो रहा है। बता दें कि इस समय वृश्चिक राशि में मंगल, सूर्य के साथ बुध विराजमान है, जिससे त्रिग्रही के साथ मंगल आदित्य, बुधादित्य के साथ रूचक राजयोग का निर्माण हो रहा है। वहीं 20 नवंबर को चंद्रमा भी इस राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा। इसके साथ मंगल के साथ चंद्रमा महालक्ष्मी, सूर्य के साथ शशि आदित्य योग, बुध-चंद्र योग का भी निर्माण करेंगे। ऐसे में 12 राशियों के साथ-साथ इसका असर देश-दुनिया में देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन 3 राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। आइए जानते है इन लकी राशियों के बारे में…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 20 नवंबर को चंद्रमा सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे मंगल, बुध और सूर्य के साथ युति करके पावरफुल चतुर्ग्रही योग का निर्माण करेंगे।
वृश्चिक राशि (Vrashchik Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए चतुर्ग्रही योग काफी लाभकारी हो सकता है। इस राशि की कुंडली में लग्न भाव में सूर्य, मंगल, बुध और चंद्रमा की युति हो रही है। इसके साथ ही कर्क राशि में मौजूद गुरु की दृष्टि मंगल और चंद्रमा दोनों में पड़ रही है, जिससे इस राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। गुरु के कारण किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। इन ग्रह स्थितियों के प्रभाव से लंबे समय से अटके कार्य पूरे होने लगेंगे और धन-समृद्धि में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। आत्मविश्वास और साहस भी तेजी से बढ़ेगा। जीवन में खुशियों का आगमन होगा और मां लक्ष्मी की कृपा से आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी तथा आप पर्याप्त धन संचय कर पाएंगे। यह अवधि व्यापारियों और नौकरीपेशा दोनों के लिए शुभ है, क्योंकि पद और प्रतिष्ठा प्राप्ति के योग प्रबल हो रहे हैं।
तुला राशि (Libra Zodiac)
इस समय आपके लग्न भाव में दैत्य गुरु शुक्र विराजमान होकर मालव्य राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। साथ ही दशम भाव में देवगुरु बृहस्पति हंस महापुरुष राजयोग की स्थापना कर रहे हैं। इस राशि के दूसरे भाव में चतुर्ग्रही योग बन रहा है, जबकि शुक्र की दृष्टि सप्तम भाव पर पड़ने से कला, सौंदर्य और रचनात्मक क्षेत्रों में विशेष लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। मंगल, सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ आने से जातकों के आत्मविश्वास और आत्मबल में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं और धन का निवेश करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। छात्रों तथा प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए यह समय अत्यंत शुभ रहने वाला है। नया व्यापार शुरू करने की योजना है, तो यह अवधि उसके लिए भी अनुकूल है। सूर्य की प्रभावी स्थिति सरकारी नौकरी या सरकारी धन प्राप्ति के अवसर प्रदान कर सकती है।
वृषभ राशि (Vrishbha Zodiac)
इस राशि की कुंडली के सातवें भाव में चतुर्ग्रही योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लंबे समय से रुके काम पूरे होने के साथ-साथ घर-परिवार के साथ अच्छा समय बीत सकता है। जीवन में खुशियों की तेजी से बढ़ोतरी होने के योग बन रहे हैं। मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। घर परिवार के बीच लंबे समय से चला आ रहा वाद-विवाद समाप्त हो सकता है। करियर के क्षेत्र में लाभ के योग बन रहे हैं। नौकरी के कारण कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती है। लेकिन आने वाले समय में इनसे आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। आत्मविश्वास और आत्मबल में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में आप अपनी बात दूसरों से कह पाने में सफल हो सकते हैं। जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे और आपका प्यार बढ़ने के साथ रिश्ता मजबूत होगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है।
नए साल 2026 में देवताओं के गुरु बृहस्पति कई राजयोगों का निर्माण करने वाले हैं। वह नए साल में मिथुन, कर्क के साथ सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में वह साल के आरंभ में ही चंद्रमा के साथ युति करके गजकेसरी राजयोग का निर्माण करेंगे। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
