हिंदू धर्म में ग्रहण का बहुत महत्व होता है। वहीं इस साल 4 ग्रहण पड़ने जा रहे हैं। जिसमें से 2 सूर्य ग्रहण हैं तो दो चंद्र ग्रहण। साल का पहला ग्रहण 30 अप्रैल को लगने जा रहा है। जिस शनिचर अमावस्या भी है। इस दिन शनि देव की पूजा का मुख्य विद्यान होता है। इसलिए यह ग्रहण ज्योतिष के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योकि शनि ग्रह सूर्य देव के ही पुत्र हैं। लेकिन आप में दोनों में शत्रुता का भाव है।
आपको बता दें कि यह सूर्य ग्रहण मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष पंचाग के मुताबिक यह ग्रहण भारत में अदृश्य रहेगा और ना ही इसका सूतक काल माना जाएगा। ये ग्रहण दक्षिण अमेरिका का दक्षिण- पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और दक्षिणी ध्रुव में दिखाई देगा। लेकिन इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं। जिनको इस दौरान सावधान रहना होगा। आइए जानते हैं ये 3 राशियां कौन सीं हैं।
मेष राशि: साल का पहला सूर्यग्रहण मेष राशि में लग रहा है। इसलिए आपकी राशि पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए इस समय आपको व्यापार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिजनेस में मुनाफा कम हो सकता है। इनकम के स्त्रोतों में कमी हो सकती है। कोई डील फाइनल होने से रुक सकती है। व्यापार में साझेदारी से भी इस समय बचना चाहिए क्योकि समय अभी अनुकूल नहीं है।
कर्क राशि: कर्क राशि पर चंद्रमा ग्रह का आधिपत्य है। वहीं सूर्यग्रहण के समय चंद्रमा मेष में राहु के साथ मौजूद रहेंगे। यह स्थिति कर्क राशि के जातकों में मानसिक तनाव पैदा कर सकती है। साथ ही इस दौरान व्यापार में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इस समय आपको कार्यक्षेत्र पर काम का अधिक दबाव होगा और आपके वरिष्ठ अधिकारियों से संबंध बिगड़ सकते हैं। जिसके कारण आप कड़ी मेहनत व अच्छा प्रदर्शन देने के बावजूद भी कार्यस्थल पर सही मान-सम्मान हासिल नहीं कर सकेंगे।
वृश्चिक राशि: इस राशि के लोगों को मान हानि का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपके बनते- बनते काम बिगड़ सकते हैं। साथ ही दस्तावेज संबंधी भी कोई परेशानी हो सकती है। बिजनेस में कोई डील रुक सकती है। कर्मचारियों से मतभेद हो सकते हैं। दांपत्य जीवन में भी तनाव की स्थिति आ सकती है। इस समय आप कोई व्यवसायिक यात्रा भी नहीं करें, तो बेहतर होगा। क्योंकि धन हानि के योग बन रहे हैं।