Solar Eclipse or Surya Grahan December 2021: धार्मिक दृष्टि से ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दौरान कई कार्यों को करने की मनाही होती है। कहा जाता है कि ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव लोगों के जीवन पर पड़ता है। इसलिए इस दौरान कुछ विशेष उपायों को करने के भी सलाह ही जाती है। 4 दिसंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है। जानिए ग्रहण को लेकर किन बातों का रखना होगा ध्यान।

ग्रहण काल में क्या न करें?
-ग्रहण काल में खाना बनाना और खाना दोनों ही वर्जित होता है।
-इस दौरान बाल काटना, नाखून काटना, बाल करना आदि काम भी नहीं किये जाते हैं।
-ग्रहण काल में सोने की भी मनाही होती है।
-मान्यताओं अनुसार गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की छाया का बुरा प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ने का खतरा रहता है।
-ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को चाकू, कैंची, सुई जैसी नुकीली वस्तुओं का प्रयोग करने से भी बचना चाहिए।
-इस दौरान भगवान की मूर्ति और तुलसी के पौधे को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए।
-ग्रहण काल में शारीरिक संबंध बनाने की भी मनाही होती है।
-ग्रहण काल में किसी भी नए काम की शुरुआत न करें।

ग्रहण काल में क्या करें:
-ग्रहण काल में मन ही मन ईश्वर की अराधना करनी चाहिए।
-खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए।
-ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान कर लेना चाहिए।
-ग्रहण की समाप्ति के बाद स्नान कर घर के पूजास्थल को भी अच्छे से साफ कर लेना चाहिए।
-ग्रहण काल में सूर्य देव के मंत्रों का जप करना चाहिए।
-ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए।
-ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण खत्म होने के बाद जरूरतमंदों को कुछ न कुछ दान अवश्य करें।

ग्रहण का समय: हिंदू पंचांग अनुसार ग्रहण की शुरुआत 4 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर हो रही है और समाप्ति दोपहर 03 बजकर 7 मिनट पर। ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दिन वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगने जा रहा है।

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