Surya Grahan (Solar Eclipse) December 2021: विज्ञान अनुसार सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। लेकिन भारत में ग्रहण का धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी है। ज्योतिष अनुसार ग्रहण लगना अच्छा नहीं माना गया है क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव लोगों के जीवन पर पड़ता है। इसलिए ग्रहण काल में कई तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार ग्रहण की समाप्ति के बाद दान-पुण्य करने से ग्रहण का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता। बता दें 4 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। जानिए इस ग्रहण से संबंधित पूरी डिटेल यहां।

सूर्य ग्रहण कब और कहां देगा दिखाई? ग्रहण 4 दिसंबर को लगने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 3 बजकर 7 मिनट पर होगी। ये सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण में दिखाई देगा। हिंदू पंचांग अनुसार साल 2021 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण विक्रम संवत 2078 में कार्तिक मास की अमावस्या को वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा। ये एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा।

सूर्य ग्रहण का इस राशि पर पड़ेगा प्रभाव: ग्रहण के समय सूर्य वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में मौजूद होगा। जिस कारण इन राशि और नक्षत्र के लोगों पर ही इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। आपको ग्रहण के बाद के कुछ दिन हर काम में सावधानी बरतनी होगी। धन हानि होने के प्रबल आसार दिखाई दे रहे हैं। कोई भी निर्णय इस दौरान जल्दबाजी में लेने से बचें। किसी से धोखा मिल सकता है। इसलिए आंख बंद करके किसी पर भरोसा न करें। अधिक क्रोध करने से बचें। (यह भी पढ़ें- 2022 में इन 3 राशि वालों को नौकरी में लाभ मिलने की संभावना, देखें क्या आप भी हैं इसमें शामिल)

सूतक लगेगा या नहीं? ग्रहण भारत में नहीं लग रहा है इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। बता दें कि सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से करीब 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते। साथ ही पूजा-पाठ करने की भी मनाही होती है। सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने या पीने से बचना चाहिए। (यह भी पढ़ें- अपनी मेहनत और लगन से करियर में खूब अच्छा मुकाम हासिल करती हैं इस नाम की लड़कियां)