Surya Grahan (Solar Eclipse) 2021: 26 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण देखा गया। अब इसके 15 दिन बाद यानी 10 जून को सूर्य ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। ये साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा जो ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को लगने जा रहा है। खास बात ये है कि इस दिन वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Vrat 2021) और शनि जयंती (Shani Jayanti) भी है। खगोलशास्त्रियों के मुताबिक यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जो कनाडा, एशिया, रूस, ग्रीनलैंड, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में देखा जाएगा। जानिए ग्रहण से संबंधित पूरी डिटेल…

10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण कैसा होगा?  10 जून को वलयाकार सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस ग्रहण की सर्वाधिक लम्बी अवधि 3 मिनट और 44 सेकण्ड की होगी। वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्र सूर्य के 97% भाग को इस प्रकार से ढक लेता है कि सूर्य बीच में से ढका हुआ प्रतीत होता है लेकिन उसके किनारे का भाग प्रकाशवान रहता है। जिससे सूर्य इस दौरान रोशनी का एक छल्ला या अंगूठी बनता हुआ दिखाई देता है। ऐसा दृश्य कुछ ही पलों के लिए होता है।

सूर्य ग्रहण कहां देगा दिखाई? वलयाकार सूर्य ग्रहण कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस के कई क्षेत्रों में दिखाई देगा। आंशिक सूर्य ग्रहण उत्तर अमेरिका के अधिकांश भागों, यूरोप और उत्तर एशिया में कुछ जगहों पर दिखाई देगा। टोरंटो, न्यूयॉर्क, ग्रीनलैंड में नूक, वाशिंगटन डी सी, लंडन, याकुतस्क आदि कुछ प्रसिद्ध शहरों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।

सूर्य ग्रहण कहां नहीं देगा दिखाई? यह सूर्य ग्रहण भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, फिजी, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के देशों से दिखाई नहीं देगा। जोखिम भरे कार्यों से धन कमाते हैं इन बर्थ डेट वाले लोग, जमीन जायदाद के मामले में होते हैं लकी

4 दिसंबर को लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण: साल 2021 में दो ही सूर्य ग्रहण हैं। जिसमें दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगेगा। इस ग्रहण को दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया में देखा जाएगा। भारत से ये ग्रहण दिखाई नहीं देगा। भूलकर भी इन 4 राशि वालों से कुछ न करें शेयर, पल में खोल देते हैं राज

सूर्य ग्रहण का सूतक: सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले लग जाता है। इसमें किसी भी तरह के शुभ काम नहीं किये जाते हैं। मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते हैं। लेकिन सूर्य ग्रहण का सूतक तभी मान्य होता है जब आपके यहां सूर्य ग्रहण लग रहा हो। सूर्य ग्रहण के दौरान खाना बनाना और पकाना दोनों ही काम नहीं किये जाते। अगले साल शनि बदलेंगे अपनी राशि, एक राशि को शनि साढ़े साती तो 2 को शनि ढैय्या से मिलेगी मुक्ति

किस स्थिति में पड़ता है सूर्य ग्रहण: वैज्ञानिकों की मानें तो सूर्य ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी, चंद्र व सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। इस स्थिति में चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है जिससे सूर्य की रोशनी प्रभावित होती है। इस स्थिति में सूर्य का संपूर्ण प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाता जिससे सूर्य का कुछ हिस्सा या पूर्ण हिस्सा चंद्रमा की छाया से ढक जाता है। इसी स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं। विदुर नीति: व्यक्ति को इन तीन चीजों का तुरंत कर देना चाहिए त्याग, ये चीजें खोलती हैं नरक के द्वार