Solar Eclipse 2018 India, सूर्य ग्रहण २०१८, Surya Grahan 2018 Date and Today Time Timings India: शुक्रवार यानी 13 जुलाई, मंगलवार को सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इसे लेकर दुनिया भर में उत्सुकता पैदा हो गई है। ग्रहण(सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण) का लगना हमारे देश में खास मायने रखता है। दरअसल खगोल विज्ञान तो ग्रहण पर लगभग एक सीधी-सपाट राय रखता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को लेकर कई तरह की बातें कही गई हैं। कहा जाता है कि ग्रहण को खुली(नंगी) आंखों से नहीं देखना चाहिए। क्या आप जानते हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है। यदि नहीं तो आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इसके साथ ही यह बताएंगे कि सूर्य ग्रहण को किन सावधानियों के साथ देखना सही माना जाता है।

विज्ञान के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान खतरनाक सोलर रेडिएशन निकलता है। कहते हैं कि यह सोलर रेडिएशन आंखों के नाजुक टिशू को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आंखों में विजन-इशू आ सकता है। इसे रेटिनल सनबर्न के नाम से जाना जाता है। इससे देखने में दिक्कत आने लगती है। यह समस्या कुछ समय के लिए या फिर हमेशा के लिए भी हो सकती है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के दौरान खास सावधानियां बरतने की बात कही जाती है। कहते हैं कि सूर्य ग्रहण का आंखों पर असर उसके प्रभाव क्षेत्र पर निर्भर करता है।

सूर्य ग्रहण को देखने के लिए वैज्ञानिक पिन होल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। पिन होल को आसानी से ग्रामीण इलाकों में भी बनाया जा सकता है। इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए बाजार में कई सर्टिफाइड चश्में उपलब्ध हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान सर्टिफाइट चश्मों का इस्तेमाल भी खूब किया जाता है। इसके साथ ही सूर्य ग्रहण देखने के लिए पनहोल कैमरे भी बनाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि सूर्य ग्रहण के दौरान बाजार में इनकी मांग काफी बढ़ जाती है और खगोल विज्ञान में रुचि लेने वाले लोग ग्रहण को देखना मिस नहीं करते।

बता दें कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूरज मिथुन राशि में रहेंगे और चंद्रमा भी इनके साथ मौजूद रहेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे समस्त राशि के जातकों पर कुछ ना कुछ प्रभाव जरूर पड़ेगा। सामान्यतया ग्रहण के दौरान राशियों पर बुरा प्रभाव पड़ने की मान्यता है। लेकिन कुछ राशि के जातकों को इसका लाभ भी मिलता है।