Surya Grahan July 2018 Dates and Time Streaming, Solar Eclipse 2018 Timings Date and Time UPDATE: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण शुक्रवार (13 जुलाई) सुबह पड़ा। यह सात बजकर 18 मिनट पर शुरू हुआ था। सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी हिस्से में सबसे पहले दिखाई दिया था। ऑस्ट्रेलिया में यह मेलबर्न, एडिलेड और तस्मानिया में देखा गया। चूंकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण था, लिहाजा यह भारत में नहीं दिखा। ऐसे में देश में रहने वालों पर इसका असर न पड़ा।
हांलाकि, जिन देशों में ग्रहण पड़ा, वहां रहने वाले भारतीयों ने इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए कई उपायों और ऐहतियात बरते। विशेषज्ञों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण से पहले व उस दौरान कुछ बातें ध्यान रखनी होती हैं। ग्रहण 8 बजकर 13 मिनट 05 सेकेंड तक पड़ा, जबकि इसका मोक्ष काल 9 बजकर 33 मिनट तक रहा।
Highlights
सूर्य ग्रहण क्यों पड़ता है? यह बुनियादी सवाल है। विज्ञान के जरिए इसका जवाब मिलता है। दरअसल, पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ अपने सौरमंडल के सूर्य के चारों ओर चक्कर काटती है। वहीं, पृथ्वी का चक्कर लगाता रहता है। ऐसे में जब चंद्रमा काटते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब पृथ्वी पर आंशिक या पूर्ण रूप से सूर्य दिखना बंद हो जाता है। यही घटनाक्रम सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो ग्रहण के बाद साफ मन से अनाज का दान करना चाहिए। कोशिश करें कि दान में जो सामग्री दें, उसकी मात्रा आपके वजह के बराबर हो। गरीबों को खाना खिलाना भी अच्छा माना जाता है। घर पर रहकर ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप भी किया जा सकता है। महामृत्युंजय तंत्र का जाप भी इस दौरान करने की सलाह जानकार देते हैं।
अब 11 अगस्त को साल का तीसरा सूर्य ग्रहण पड़ेगा। यह यूरोप के पूर्वी हिस्सों, एशिया, अमेरिका के उत्तरी भाग और आर्कटिक में नजर आएगा। यह साल का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण होगा, जिसके बाद छह जनवरी 2019 में उस साल का पहला ग्रहण होगा। वह एशिया में नजर आएगा।
सूर्य ग्रहण लगने से पहले दूध-दही जैसी चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखने चाहिए। जिस वक्त सूर्य ग्रहण लगा होता है उस अवधि को सूतक काल कहते हैं, ज्योतिषियों के अनुसार सूतक का प्रभाव नहीं पड़ेगा। कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय सोना और खाना नहीं चाहिए। ग्रहण खत्म होने के बाद सबसे पहले नहाना चाहिए। फिर गरीबों-जरूरतमंदों को दान दक्षिणा देनी चाहिए, जिसका असर राशियों पर भी पड़ता है।
सूर्य ग्रहण की तस्वीर खींचने से पहले किसी जानकार या विशेषज्ञ से सलाह-मशविरा जरूर कर लें। वरना शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। ग्रहण लग जाने के बाद से इसके अंत होने तक सावधानी बरतें। फिर किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान कर लें।
सूर्य ग्रहण के वक्त मन में जाप करना चाहिए। मौन रखना चाहिए। ध्यान लगाना चाहिए। ध्यान रहे कि पूजा न करें। न ही भगवान की मूर्ति या तस्वीर को छुएं। गर्भवती महिलाओं को तो उस दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए।
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। ऐसे में इसके नियम देश में रहने वालों पर सूतक का विचार नहीं होगा। यानी ग्रहण के वक्त किए जाने उपाय अपनाने की यहां कोई आवश्यक्ता नहीं हैं। हालांकि आज जहां ग्रहण पड़ रहा है, वहां रहने वाले भारतीयों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। उन्हें सूतक का खास ख्याल रखना चाहिए।
साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण 15 फरवरी को लगा था। आज (शुक्रवार) दूसरे वाले ग्रहण के बाद 27 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कि सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बताया जा रहा है।
विज्ञान के अनुसार, सूर्य ग्रहण के वक्त खतरनाक सोलर रेडिएशन निकलती हैं। ये हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं, जबकि पुरानी मान्यताएं कहती हैं कि ग्रहण के दौरान हमें कुछ महीन बातों का ख्याल रखना चाहिए। मसलन अच्छे या नए काम की शुरुआत सूर्य ग्रहण के वक्त नहीं करनी चाहिए।
पूरी दुनिया पर पड़ सकता है इस ग्रहण का असर। विशेषज्ञों की मानें तो, जगह-जगह इससे कारोबार प्रभावित हो सकता है। जहां ग्रहण लगेगा, वहां बुरे प्रभाव होंगे। सूर्य ग्रहण की वजह से ग्रीन हाउस इफेक्ट और बाढ़ की आशंका हो सकती है।
सूर्य ग्रहण से डरें नहीं। समय इस दौरान थोड़ा कमजोर रहेगा। घर-गृहस्थी में दिक्कतें आ सकती हैं। ऐसे में ऊं दुं दुर्गाय नमः का जाप करें। थोड़ा ध्यान से चलने की जरूर तहै। सूर्य को जल देना अच्छा रहेगा। लाभ व प्रेम संबंध बाधाएं आ सकती हैं। मां से जेब में चावल ले कर रख लें।
आध्यात्मिक गुरू पवन सिन्हा के मुताबिक, सुबह 8 बजकर 13 मिनट तक चलने वाले इस ग्रहण के वक्त कुछ न खाएं। बीमार महिलाएं-बुजुर्ग खा पी सकते हैं। गर्भवती महिलाएं कुश की घास अपने पास रखें। आराम मिलेगा। सूर्यग्रहण के समय जल दें। आदित्य ह्रदय स्रोत का पाठ करें।
यह आंशिक सूर्यग्रहण है, लिहाजा यह भारत में नहीं दिखाई पड़ेगा। ऐसे में देश में सूतक के नियम लागू नहीं होंगे। मुख्य रूप से इसका असर दक्षिण ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अंर्टाटिका और न्यूजीलैंड की तरफ रहेगा। यह सुबह 7 बजकर 18 मिनट से शुरू होगा।
सुबह 7ः18 बजे से लगने वाला ग्रहण 8ः13 बजे पर खत्म होगा। यह इस साल का दूसरा ग्रहण है। इसके बाद 11 अगस्त को साल का तीसरा सूर्य ग्रहण लगेगा। 13 तारीख और शुक्रवार के मेल का यह ग्रहण 44 साल बाद लगा है। इसके बाद 13 सितंबर 2080 को फिर ऐसा योग होगा। इस योग को शुभ नहीं माना जाता।
विज्ञान की मानें तो सूर्य ग्रहण के दौरान खतरनाक सोलर रेडिएशन निकलता है। यह आंखों के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आंखों के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी रेटिनल सनबर्न कही जाती है। ऐसे में इस दौरान नंगी आंखों से सूरज को देखने की कोशिश न करें। इसके लिए सर्टिफाइड चश्मे बनाए गए हैं। बिना उनके बिना सूर्य ग्रहण देखना हानिकारक हो सकता है।
अषाढ़ अमावस्या को लगने वाला सूर्य ग्रहण कुछ राशियों को बुरा प्रभावित करेगा। आचार्यों के मुताबिक कर्क, मिथुन और सिंह राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव अशुभ रहेगा। इस वजह से इन जातकों के बनते काम भी बिगड़ सकते हैं।
धर्माचार्यों के मुताबिक अषाढ़ माह की अमावस्या को इस बार सूर्य ग्रहण लग रहा है। हालांकि, यह भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका प्रभाव भी भारत में देखने को नहीं मिलेगा लेकिन इसका सूतक यहां भी माना जाएगा। इस दौरान किसी भी शुभ काम को करने से परहेज करना चाहिए तथा भगवान तथा पितरों का स्मरण करना चाहिए। आचार्यों के मुताबिक, कुछ राशियों पर इस सूर्य ग्रहण का असर भी पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण को लेकर तमाम तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती हैं। धार्मिक कारणों से सूर्यग्रहण में बहुत सारे काम वर्जित माने गए हैं। इससे जुड़े बहुत से मिथकों पर भी लोग भरोसा करते हैं। लेकिन विज्ञान सूर्य ग्रहण को केवल एक खगोलीय घटना मानता है। विज्ञान के मुताबिक इस बात का कोई प्रमाण मौजूद नहीं है कि सूर्य ग्रहण से मानवीय स्वभाव, स्वास्थ्य या पर्यावरण पर कोई असर होता है। हां, वैज्ञानिक इस बात की सलाह जरूर देते हैं कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। इससे आंखों को नुकसान पहुंचता है।
सूर्य ग्रहण इस बार 13 तारीख को पड़ रहा है। ऐसे में इसे अशुभ मानने वालों की कमी नहीं है। दरअसल, दुनिया के कई हिस्सों में 13 को अशुभ अंक माना जाता है। कई बड़े होटलों में 13 नंबर का कमरा ही नहीं होता। हॉलीवुड में इस विषय पर कई फिल्में भी बनी हैं। हालांकि, विज्ञान इन मिथकों को हमेशा खारिज करता रहा है। ऐसे में 13 तारीख को सूर्य ग्रहण पड़ने से आपको डरने की जरूरत नहीं है।
सूर्यग्रहण काल में पानी पीने से परहेज करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य की अनुपस्थिति में इनमें बैक्टीरियल संक्रमण की आशंका होती है। लेकिन अगर आप रोगी हैं, वृद्ध हैं या गर्भ से हैं तो आप गुनगुने या उबले पानी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा ग्रहण में आप नारियल पानी भी पी सकते हैं। इससे आपके शरीर को महत्वपूर्ण पोषक तत्व और इलेक्ट्रोलाइट्स भी प्राप्त होंगे।
सूर्यग्रहण काल में कैंची का प्रयोग न करें। साथ ही फूलों को न तोड़ें, बालों व कपड़ों को भी साफ न करें। जब सूर्यग्रहण लगा हो तब ब्रश नहीं करना चाहिए। इसके अलावा भोजन, यात्रा, शयन और दुधारू पशुओं का दोहन भी नहीं करना चाहिए। ग्रहण काल में तुलसी के पौधे को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
ज्योतिष के मुताबिक ग्रहण का प्रभाव कम करने के लिए ओम् सूर्याय नमः का जाप कर सूर्य को जल में लाल चंदन, रोली, लाल फूल से अर्घ्य दें। इसके अलावा ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप करना भी कल्याणकारी होता है।
ग्रहण के वक्त और ग्रहण के बाद कुछ कामों को करना अच्छा रहता है। जैसे - ग्रहण के समय ओम् नमः भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते रहना चाहिए। ग्रहण जब समाप्त हो जाए तो अच्छे से नहा-धोकर अपने वजन के बराबर सात तरह का आनाज दान करना चाहिए। इसके अलावा महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। ग्रहण के समय घर में बैठकर झार्मिक ग्रंथ का पाठ करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है। जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपनी छाया में ले लेता तो इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं। ऐसी स्थिति में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं और धरती पर अंधेरा छा जाता है। दूसरा ग्रहण है आंशिक सूर्य ग्रहण। इसमें चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढक लेता है। इस दौरान धरती के कुछ हिस्सों पर सूर्य नजर नहीं आता। बता दें, इससे दो सप्ताह पहले रक्षाबंधन के दिन खंडग्रास चंद्र ग्रहण हुआ था। चंद्र ग्रहण के दो सप्ताह बाद सूर्य ग्रहण होता है।
सूर्य ग्रहण को देखने के लिए वैज्ञानिक पिन होल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए बाजार में कई सर्टिफाइड चश्में उपलब्ध हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान सर्टिफाइट चश्मों का इस्तेमाल भी खूब किया जाता है। इसके साथ ही सूर्य ग्रहण देखने के लिए पनहोल कैमरे भी बनाए गए हैं।
जुलाई महीने लगने वाले चंद्रग्रहण की इस वक्त हर तरफ चर्चा हो रही है। इस चंद्रग्रहण को बहुत ही खास बताया जा रहा है। यदि आपने अब तक इस बारे में ना सुना हो तो हम आपको इस खास चंद्रग्रहण की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि इसे सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण बताया जा रहा है। इस चंद्रग्रहण को भारत समेत दुनिया के अन्य कई हिस्सों में भी देखा जा सकता है। यह चंद्रग्रहण 27 जुलाई को लग रहा है। एमपी बिरला प्लेनेटेरियम के निदेशक देवीप्रसाद दुआरी ने मीडिया को बताया, “भारत में दर्शक खुशकिस्मत हैं क्योंकि आंशिक और पूर्ण दोनों ग्रहण देश के सभी हिस्सों से पूरी तरह से देखा जा सकेगा।”
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का कहना है कि 13 जुलाई को सुबह के समय सूर्य ग्रहण पड़ेगा। सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजकर 18 मिनट 23 सेकंड से शुरू होगा, जो कि 8 बजकर 13 मिनट 5 सेकंड तक रहेगा। मालूम हो कि सूर्य ग्रहण के मध्यम और मोक्ष काल का विशेष महत्व होता है। इस बार सूर्य ग्रहण का माध्यम काल 8 बजकर 13 मिनट 5 सेकंड पर होगा और मोक्ष 9 बजकर 43 मिनट 44 सेकंड पर होगा।
साल 2018 के दूसरे सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण नासा के जरिए भी किया जाएगा। आप इसे नासा के यूट्यूब चैनल और ट्विटर हैंडल पर जाकर देख सकते हैं।
13 जुलाई को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देखा। यह सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया के सुदूर दक्षिणी भागों विक्टोरिया, तस्मानिया, प्रशांत एवं हिंद महासागर में देखा जा सकेगा। फिर भी ज्योतिषियों का मानना है कि भारत पर भी इस सूर्य ग्रहण का पूरा प्रभाव होगा। ऐसे में कुछ जरूरी सावधानियां बरतने की बात कही जा रही है।
ऐसा बताया जा रहा है कि सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देखा। इसलिए भारत में सूतक का प्रभाव नहीं पड़ेगा। फिर जो भारतीय महिलाएं ऐसे देशों में हैं, जहां पर सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। उन्हें सूतक के नियमों का खयाल रखना चाहिए।
कुंभ: आपकी सेहत में सुधार आने के संकेत हैं। आप आर्थिक रूप से कुछ परेशान हो सकते हैं। आय के स्रोत सीमित हो सकते हैं। मन कुछ परेशान रहेगा।
मीन: सूर्य ग्रहण का प्रभाव आपके लिए अच्छा रहेगा। पदोन्नति होने के योग हैं। घर में खुशियों भरा माहौल रहेगा। कोई खुशखबरी सुनने को भी मिल सकती है।
धनु: मानसिक रूप से कुछ परेशान हो सकते हैं। संतान को लेकर चिंता सताएगी। आपको धार्मिक कार्यों में मन लगाने की जरूरत है।
मकर: इस राशि के लोगों को धनलाभ होने के योग हैं। आपका रुका हुआ धन वापस मिलेगा। इसके साथ ही आप आज के दिन धन खर्च भी करने वाले हैं।
तुला: पार्टनर के साथ विवाद हो सकता है। आपको अपनी जुबान पर नियंत्रण रखना होगा। दोस्तों का साथ मिलेगा।
वृश्चिक: सेहत में गिराट आ सकती है। आपको थकान की अनुभूति होगी। किसी परिजन से बहस हो सकती है। विदेश यात्रा पर भी जाने के योग हैं।
सिंह: इस राशि के जातकों के घर का माहौल अच्छा रहेगा। नौकरी या बिजनेस के क्षेत्र में प्रगति होगी। काम में व्यस्तता बढ़ सकती है।
कन्या: बिजनेस में मुश्किल हालात का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, कानूनी मामलों के निपटने की उम्मीद है। कानूनी फैसले आपके पक्ष में आ सकते हैं।
मिथुन: आप मानसिक रूप से कुछ परेशान हो सकते हैं। आपको बेकार के विवादों से बचना होगा। इसके साथ क्रोध पर भी नियंत्रण रखें। कार्यक्षेत्र में लाभ मिल सकता है।
कर्क: आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। हालांकि वाहन चलाते समय सावधान रहना होगा। किसी परिजन के साथ रिश्ता खराब हो सकता है।
मेष: इस राशि के जातकों को दोस्तों का साथ मिलेगा। आप दोस्तों के बीच घिरे रहेंगे। किसी महिला दोस्त से कोई जरूरी मदद भी मिल सकती है।
वृषभ: इस राशि के लोगों की सेहत खराब हो सकती है। इसलिए आपको इसके प्रति पहले से ही सावधान रहने की जरूरत है। धनहानि होने के भी संकेत हैं।
13 जुलाई को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण है। इससे पहले 15 फरवरी को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ा था। वहीं, साल 2018 का तीसरा सूर्य ग्रहण 11 अगस्त को होगा। बता दें कि 13 जुलाई को सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजकर 18 मिनट 23 सेकंड से शुरू होगा, जो कि 8 बजकर 13 मिनट 5 सेकंड तक रहेगा। इस बार सूर्य ग्रहण का माध्यम काल 8 बजकर 13 मिनट 5 सेकंड पर होगा और मोक्ष 9 बजकर 43 मिनट 44 सेकंड पर होगा।
सूर्य ग्रहण को देखने के लिए वैज्ञानिक पिन होल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। पिन होल को आसानी से ग्रामीण इलाकों में भी बनाया जा सकता है। इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए बाजार में कई सर्टिफाइड चश्में उपलब्ध हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान सर्टिफाइट चश्मों का इस्तेमाल भी खूब किया जाता है। इसके साथ ही सूर्य ग्रहण देखने के लिए पनहोल कैमरे भी बनाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि सूर्य ग्रहण के दौरान बाजार में इनकी मांग काफी बढ़ जाती है और खगोल विज्ञान में रुचि लेने वाले लोग ग्रहण को देखना मिस नहीं करते।
ज्योतिष के अनुसार ग्रहण के समय घर पर ओम् नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। ग्रहण काल समाप्त होने के बाद नहा धोकर अपने वजन के बराबर सात अनाज दान करना चाहिए। इसके अलावा आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ग्रहण के समय घर में बैठकर धार्मिक ग्रंथ का पाठ करना चाहिए।
सूर्यग्रहण कभी भी नंगी आंखों से डायरेक्ट ना देखें। इससे आपकी आंखें डैमेज हो सकती है। आपके नॉर्मल चश्मे या गॉगल्स आंखों को यूवी रेज से सुरक्षित नहीं रख सकते। इसीलिए अपने ग्लासेस से सूर्यग्रहण देखने की कोशिश ना करें। सूर्यग्रहण के दौरान सूरज को पिनहोल, टेलेस्कोप या फिर दूरबीन से भी ना देखें।