ज्योतिष शास्त्र अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है या किसी अन्य ग्रह के साथ युति बनाता है। तो इसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि सूर्य और शनि की चाल में बदलाव हुआ है। वैदिक ज्‍योतिष में इन दोनों ग्रहों को बेहद महत्‍वपूर्ण माना गया है।  सूर्य को जीवन तो शनि को मृत्यु का कारक माना जाता है। आपको बता दें कि शनि देव ने अभी वक्री अवस्ता में मकर में प्रवेश किया है और सूर्य देव अभी कर्क राशि में स्थित हैं। यह स्थिति समसप्‍तक योग बना रही है। दरअसल, अब दोनों ग्रह एक-दूसरे के सातवें स्थान में स्थित हैं। इससे बना समसप्‍तक 4 राशि वालों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

मिथुन राशि: समसप्तक योग मिथुन राशि वालों के लिए शुभ फलदायी साबित हो सकता है। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ हो सकता है। पदोन्नती होने के योग हैं। कारोबारियों को अच्छा प्रॉफिट हो सकता है। साथ ही बिजनेस में निवेश करने के लिए समय अनुकूल है। व्यापार का विस्तार हो सकता है।

कर्क राशि: आप लोगों को समसप्तक योग इमकम में बढ़ोतरी कराएगा। आय के नए- नए सोर्स से आप धन कमाने में सफल रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी पहले मजबूत होगी। वहीं जिन लोगों का व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है उनको अच्छा धनलाभ हो सकता है। कारोबार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं उनको नौकरी मिल सकती है। साथ ही इस समय आपको आकस्मिक धनलाभ भी हो सकता है।

तुला राशि: समसप्तक योग  बनने से आपको मान- सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। करियर और व्यापार में आशातीत सफलता मिल सकती है। कारोबारियों को भी खूब लाभ होगा। इस समय आप व्यापार के सिलसिले से छोटी- बड़ी यात्रा कर सकते हैं जो आपके लिए लाभदायक रहेगी। इस समय आपके अटके हुए काम बनेंगे। साथ ही इस समय आपको पार्टनरशिप के काम में लाभ हो सकता है।

मीन राशि: शनि और सूर्य की स्थिति से बना समसप्तक योग मीन राशि वालों के लिए लाभकारी रहेगा। इस समय आपको कोई शुभ सूचना मिल सकती है। साथ ही आपको बिजनेस में नए ऑर्डर मिल सकते हैं। जिससे आपको भविष्य में अच्छा लाभ हो सकता है। साथ ही इस दौरान आपकी काम करने की शैली में भी निखार देखने को मिलेगा, जिससे आपकी ऑफिस में तारीफ हो सकती है। साथ ही बॉस का आपको सहयोग प्राप्त होगा।