Sun and Mercury Conjunction: वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह एक निश्चित अंतराल बाद गोचर करके अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं। आपको बता दें कि 10 अक्टूबर को ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह ने तुला राशि में प्रवेश कर लिया है। वहीं सूर्य देव ने 17 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश कर लिया था। जिससे तुला राशि में सूर्य और बुध की युति बन गई है। वहीं इस युति के बनने से बुधादित्य राजयोग का निर्माण हुआ है। आइए जानते हैं इस युति का 12 राशियां और देश- दुनिया पर क्या पड़ेगा प्रभाव…
सूर्य और बुध की युति का देश- दुनिया पर पर प्रभाव
ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य की युति लाभप्रद सिद्ध हो सकती है। सूर्य भले नीच अवस्था में स्थित है। लेकिन बुध के साथ उनका मैत्री भाव है। इसलिए जनमानस और देश पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। साथ ही शासन और प्रशासन में तालमेल रहेगा। वहीं आर्थिक रूप से लोगों की स्थिति सुधरेगी। साथ ही स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। वहीं सरकार पक्ष कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
सूर्य और बुध की युति का 12 राशियों पर प्रभाव
वैदिक पंचांग के अनुसार सूर्य और बुध की युति तुला, मकर, कुंभ, धनु, सिंह और मेष राशि के जातकों को लाभप्रद सिद्ध हो सकती है। इन लोगों को समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। साथ ही फंसा हुआ पैसा मिल सकता है। वहीं सेहत अच्छी रहेगी। आपके द्वारा लिए गए त्वरित फैसले और किए गए कार्यों की सराहना होगी। कार्य-व्यापार में भी प्रगति होगी। अगर आप इस दौरान कोई नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो उस दृष्टि से भी यह युति अनुकूल रहेगी। साथ ही इस दौरान नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं आर्थिक मामलों में भी यह युति आपके लिए अनुकूल फल लेकर आएगा और दिवाली के मौके पर आपकी खूब कमाई करवाएगा। साथ ही इस दौरान आप कोई लग्जरी आयटम खरीद सकते हैं।
वहीं सूर्य देव और बुध की युति वृष, कर्क, मीन, वृश्चिक, मिथुन और कन्या राशि के जातकों को मध्यमफल दायक साबित हो सकती है। इन लोगों को निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही धन उधार देने से बचना चाहिए। वहीं इस समय आप लोगों का व्यापार थोड़ा धीमा चलेगा।
