Sukhi Tulsi Upay: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र पौधों में से एक माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस घर में तुलसी की पौधा होता है, तो वहां का वातावरण सकारात्मक होता है, जिससे घर में कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं होती है। घर में तुलसी का पौधा लगाकर विधिवत पूजा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की आशीर्वाद प्राप्त होता है। श्री हरि विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। कई बार बदलते मौसम या फिर ठीक ढंग से रखरखाव न करने के कारण वह सूख जाती है। । ऐसे ही आमतौर पर जब तुलसी का पौधा सूख जाता है, तो उसे हटाकर उस गमले में नया पौधा लगा देते हैं। इसके साथ ही सूखी तुलसी के पौधे को जल में प्रवाहित कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूखी तुलसी का इस्तेमाल करके भी भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं और मां लक्ष्मी की असीम कृपा पा सकते हैं। आइए जानते हैं सूखी तुलसी का किस तरह इस्तेमाल करना होगा शुभ…

सूखी तुलसी से करें ये उपाय

सूखी तुलसी की छोटी-छोटी 7 लकड़ियां इकट्ठी कर लें। इसके बाद उन्हें एक साथ सूत से बांध दं। इसके बाद उन्हें घी में डूबों एक दीपक में रखकर भगवान विष्णु के सामने जला सकते हैं। इससे वह अति प्रसन्न होते हैं। इस उपाय को एकादशी या फिर किसी भी मास के कृष्ण या शुक्ल पत्र की त्रयोदशी तिथि के दिन कर सकते हैं।

तुलसी की सात लकड़ियों को एक साथ लेकर सूत या फिर सफेद धागे से बांध लें। इसके बाद सप्ताह में एक बार इन्हें गंगाजल में डूबों दें और फिर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर दें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएंगी और घर में खुशहाली बनी रहेगी।

तुलसी की 7 छोटी-छोटी लकड़ियां लेकर फिर से इन्हें बांध लें और विधिवत पूजा करने के बाद पर्स, तिजोरी या फिर धन वाले स्थान में रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती है। इसके साथ ही पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

सूखी तुलसी की जड़ को निकाल लें। इसके बाद इन्हें धो लें और इसे किसी साफ कपड़े में करके प्रवेश द्वार में टांग सकते हैं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होगी। घर में सकारात्मक ऊर्जा अधिक प्रवेश करेंगे।

अगर आपकी कुडंली में कोई ग्रह दोष है, तो एक लाल रंग के कपड़े में थोड़ी सी सूखी तुलसी की जड़ रख लें और इसे गले या फिर बाजू में पहन लें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति सही हो जाएगी।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।