हिंदू धर्म में रामनवमी का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल रामनवमी का पर्व 25 मार्च को है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने और दान करने से काफी पुण्य मिलता है। माना जाता है रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्मदिन हुआ था, इसलिए इस दिन पूरे समय पवित्र मुहूर्त होता है। रामनवमी का पर्व भगवान राम की स्मृति को समर्पित होता है। भगवान राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। इससे ठीक नौ दिन पहले हिंदू नववर्ष मनाया जाता है।
इस दिन लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं औप ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान करने के बाद भगवान राम के मंदिर जाकर भक्तिभाव से पूजा-पाठ करते हैं। इस दिन जगह-जगह रामायण का पाठ करवाया जाता है। कई स्थानों में राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की झाकियां या पालकी निकाली जाती है। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। अयोध्या में इस दिन भगवान राम के पराक्रम और गौरव की कथाएं सुनाई जाती हैं। जो लोग इस पावन दिन व्रत रखते हैं उन्हें सही तरीके से पूजा विधी और उससे संबंधित कार्य करने होते हैं।
राम नवमी का शुभ मुहूर्त का समय सुबह 11:14 से लेकर 13:41 तक का है। पूजा का कुल समय 2 घंटे 27 तक होगा। इस समय के दौरान राम नवमी की पूजा विधि संपन्न करनी होगी। राम नवमी भारत में मनाया जाने वाला बहुत ही प्राचीन त्योहार है। यह केवल भारत में ही विदेशों में रह रहें भारतीयों द्वारा भी मनाया जाता है।

