Powerful Shiv Mantra: भगवान शिव आसानी से प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं। इनकी पूजा में कुछ खास नियम नहीं होते। ये तो अपने भक्तों की सच्ची श्रद्धा देखकर ही दौड़े चले आते हैं। भगवान शिव का पसंदीदा महीना सावन चल रहा है इस पूरे महीने भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए तरह तरह के उपाय करते हैं। यहां आप जानेंगे शिव के वो प्रभावशाली मंत्र जिनका जप सावन के महीने में लाभकारी माना गया है।

भोले भंडारी की कृपा पाने के लिए इनके मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए। मंत्र जपते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। जप के पूर्व शिवजी को बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए। उनके पर जलधारा चढ़ानी चाहिए। यहां देखिए शिव के प्रिय और सरल मंत्र…

1. ॐ नमः शिवाय।
2. नमो नीलकण्ठाय।
3. ॐ पार्वतीपतये नमः।
4. ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
5. ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
6. ऊर्ध्व भू फट्।
7. इं क्षं मं औं अं।
8. प्रौं ह्रीं ठः।

9. महामृत्युंजय मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् | उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् || शिवपुराण में सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जप करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि इस मंत्र के जप से संसार के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही इसका जप करने से मृत्यु का भय नहीं रहता।

10. रुद्र गायत्री मंत्र: ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात। शिव गायत्री मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्र बताया जाता है। माना जाता है सावन में प्रतिदिन इस मंत्र का जप करने से सभी तरह की समस्याएं दूर होती हैं।

महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय बरतें सावधानी: सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि भगवान शंकर के इस मंत्र का जाप करते समय मंत्र का उच्चारण सही प्रकार से करें। मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या निर्धारण करके शुरू करें। हर दिन इनकी संख्या बढ़ाते रहें, याद रखें मंत्र की संख्या कम न करें। मंत्र का जाप शुद्ध आसन पर बैठकर करें और अपना मुख पूर्व दिशा की तरफ करें। मंत्र का जाप अच्छे से ध्यान लगाकर करें।