Shardiya Navratri 2025 Bhajan: शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व मां दुर्गा की आराधना और भक्ति का उत्सव है। इस शुभ दिनों में माता रानी के भजनों का विशेष महत्व होता है। भजन सुनने से मन को शांति, हृदय को सुकून और आत्मा को शक्ति मिलती है। भक्त जब माता रानी के भजनों का रसपान करते हैं तो उनके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर-परिवार में मंगलमय वातावरण बनता है। नवरात्रि के दौरान माता रानी के भजन न केवल आस्था को गहराई देते हैं बल्कि श्रद्धालुओं को भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं। इसी मौके पर सुने लखबीर सिंह लक्खा द्वारा गाया गया अमृत की बरसे बदरिया लिरिक्स इन हिंदी…
अमृत की बरसे बदरिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसे बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
दादुर मोर पपीहा बोले,
पपीहा बोले पपीहा बोले,
कूके काली कोयलिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
शीश मुकुट कानों में कुण्डल,
सोवे लाल चुनरिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
माथे की बिन्दिया चमचम चमके,
चमचम चमके चमचम चमके,
माथे की बिन्दिया चमचम चमके,
जैसे गगन में बिजुरिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
सूरज चन्दा आरती उतारे,
पवन बुहारे डगरिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
ब्रम्हा बिष्णु शंकर नाचे,
शंकर नाचे भोला नाचे,
मोहन बजाये बाँसुरिया,
अम्बे माँ की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरिया,
ओये मेरी माँ की दुअरिया।।
ओ प्रेम से बोलो जय माता दी,
ओ सारे बोलो जय माता दी,
ओ आते बोलो जय माता दी,
ओ जाते बोलो जय माता दी,
ओए कष्ट निवारे जय माता दी,
माँ पार उतारे जय माता दी,
मेरी माँ भोली जय माता दी,
भर देती झोली जय माता दी,
माँ जोड़े दर्पण जय माता दी,
माँ देदे दर्शन जय माता दी,
ओ जय माता दी, जय माता दी,
जय माता दी, जय माता दी।।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, 28 सितंबर को तुला राशि में रहकर मंगल दिग्बली होने वाले हैं। ऐसे में कुंभ राशि में मौजूद राहु और मिथुन राशि में मौजूद गुरु एक-दूसरे से त्रिकोण में होंगे, जिससे काम त्रिकोण नामक योग का निर्माण होगा। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलेगा, लेकिन इन तीन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।