Navratri 1st Day, Mata Shailputri Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi: नौ दिनों की नवरात्रि आज से आरंभ हो चुकी है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 3 अक्टूबर से आरंभ हो गई है, जो नवमी तिथि यानी 11 अक्टूबर तक व्रत रखा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा करने के साथ घटस्थापना की जाती है। मां शैलपुत्री हिमालयराज की पुत्री है। इस दिन मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने से हर एक दुख-दर्द दूर हो जाता है और सुख-समृद्धि प्राप्ति होती है। इस दिन विधिवत पूजा करने के साथ अंत में आरती अवश्य करें। आइए जानते हैं मां शैलपुत्री की संपूर्ण आरती…
Shardiya Navratri 2024 Day 1 Puja Vidhi, Vrat Katha, Muhurat Date: Know Here
मां शैलपुत्री आरती (Maa Shailputri Aarti Lyrics)
शैलपुत्री मां बैल सवार। करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी
पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो।
घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं।
जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।
मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो।
जय मां शैलपुत्री की, जय माता दी
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन पढ़ें ये मंत्र (Maa Shailputri Mantra)
या देवी सर्वभूतेषु शैलपुत्री रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
शिवरूपा वृष वहिनी हिमकन्या शुभंगिनी
पद्म त्रिशूल हस्त धारिणी
रत्नयुक्त कल्याणकारिणी
ओम् ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम:
बीज मंत्र- ह्रीं शिवायै नम:
वन्दे वांच्छित लाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम्
वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्
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