Shardiya Navratri 2022 Durga Saptashati Mantra: शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो गए हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में माता रानी पृथ्वी पर होती हैं, इसलिए इन दिनों उन्हें प्रसन्न करना अधिक आसान होता है। नवरात्रि में पूजा करने से माता जल्दी भक्तों की मनोकामना भी पूरी करती हैं। इसलिए भक्त अपने- अपने तरीके से माता को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दुर्गा सप्तशती में कई ऐसे प्रभावशाली सिद्ध मंत्र दिए गए हैं, जिनके जाप से आप आरोग्य, धन, सौभाग्य, सुख- समृद्धि आदि की प्राप्ति कर सकते हैं। साथ ही मान्यता है कि इन मंत्रों के जाप से मां दुर्गा प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं। आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में…

1-  संकट और विपत्ति नाश करने वाला मंत्र

करोतु सा नः शुभहेतुरीश्वरी

शुभानि भद्राण्यभिहन्तु चापदः।

2- सुयोग्य जीवन साथी के लिए इस मंत्र का करें जाप

पत्नीं मनोरमां देहि नोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥

3- आर्थिक स्थिति अच्छी और तरक्की पाने के लिए

दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः। सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।

4- जीवन में सभी सुख पाने के लिए

सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।

शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोस्तु ते।।

5- ऐश्वर्य और वैभव की प्राप्ति के लिए

ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः। शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै।।

6- आकर्षक व्यक्तित्व के लिए

ऊं महामायां हरेश्चैषा तया संमोह्यते जगत्, ज्ञानिनामपि चेतांसि देवि भगवती हि सा। बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।।

7- असाध्य रोगों के नाश और आरोग्य प्राप्ति के लिए मंत्र

रोगानशेषानपहंसि तुष्टा

रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।

त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां

त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।

8- धन और संतान प्राप्ति के लिए मंत्र

सर्वाबाधा वि निर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय॥

9- दरिद्रता दूर करने के लिए मंत्र

दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो।
सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।

10- कार्य सिद्धि के लिए मंत्र

दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।। 

जानिए नवरात्रि की तिथियां

प्रतिपदा (मां शैलपुत्री)- 26 सितम्बर 2022

द्वितीया (मां ब्रह्मचारिणी)- 27 सितम्बर 2022

तृतीया (मां चंद्रघंटा)- 28 सितम्बर 2022

चतुर्थी (मां कुष्मांडा)- 29 सितम्बर 2022

पंचमी (मां स्कंदमाता)- 30 सितम्बर 2022

षष्ठी (मां कात्यायनी)- 01 अक्टूबर 2022 

सप्तमी (मां कालरात्रि)- 02 अक्टूबर 2022

अष्टमी (मां महागौरी)- 03 अक्टूबर 2022

नवमी (मां सिद्धिदात्री)- 04 अक्टूबर 2022

दशमी (मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन- 5 अक्टूबर 2022