Shani Vakri 2022: कर्मफल दाता शनि वक्री हो रहे हैं। ज्योतिष में शनि ग्रह को कर्म फल दाता ग्रह कहा जाता है। अर्थात इस ग्रह का सीधा संबंध व्यक्ति के कर्मों से होता है। शनि 5 जून, 2022 रविवार को सुबह 4:14 पर वक्री होने जा रहे हैं। वक्री से अर्थ शनि की उल्टी चाल से हैं। शनि 4 माह से ज्यादा दिनों के लिए वक्री हो रहे हैं। शनि जब वक्री होते हैं तो कष्ट में होते हैं। इसलिए शनि को नाराज नहीं करना चाहिए। कुंभ शनि के स्वामित्व वाली राशि है और इस महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौरान शनि अपनी ही राशि में वक्री होने जा रहा है।

ज्योतिष के अनुसार जब कोई ग्रह स्वयं अपनी ही राशि में भ्रमण कर रहा होता है तो उसे उत्कृष्ट परिणाम प्रदान करने वाला माना जाता है। हालांकि यह परिणाम व्यक्ति के जीवन पर धीरे-धीरे नजर आते हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा, जानते हैं राशिफल-

कर्क राशि (Cancer): कर्क राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि वक्री की अवधि के दौरान अपने प्रयासों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस दौरान आपके खर्च बढ़ने की भी आशंका है। इसलिए कर्ज लेने से बचें। कर्क राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें अन्यथा स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां आपको दुविधा में डाल सकती है। अपने जीवन में खुशियां बनाए रखने के लिए अपने रिश्ते पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।

वृश्चिक राशि (Scorpio): शनि के वक्री होने की इस अवधि के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है। सेहत और धन से जुड़ी चीजों पर विशेष ध्यान देना होगा। शनि वक्री की इस अवधि के दौरान आपको पैरों में दर्द और जीवन में अनावश्यक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। विवाह में देरी की स्थिति भी बन सकती है। इसके अलावा पारिवारिक जीवन में भी और कुछ घरेलू मुद्दे उठ सकते हैं जिससे आपको परेशानी होने की आशंका है।

मीन राशि (Pisces): शनि वक्री की अवधि में मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती आरंभ हो चुकी है। इस दौरान सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही करियर में कम समृद्धि की भी आशंका है। यदि आप पदोन्नति की आस लगा रहे हैं तो इसमें कुछ रुकावट देखने को मिल सकती है। खर्च बढ़ने की आशंका है इसलिए जरूरत की वस्तुओं पर ही धन खर्च करें।