Shani Sade Sati: हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता, कर्मफल दाता माना जाता है, जो व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से शुभ या फिर अशुभ फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह में से शनि को सबसे क्रूर माना जाता है। इसके साथ ही वह  सबसे धीमे चलने वाले ग्रहों में से एक माना जाता है।  शनि को 12 राशियों में घूमने में करीब 30 साल का वक्त लगता है। इसलिए यह हर राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में व्यक्ति लाइफ में एक बार जरूर शनि की साढ़े साती और ढैया का सामना करता है।

कुंडली में साढ़े साती होने से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनि की साढ़े साती से निजात पाने के विभिन्न तरह के उपाय अपनाते हैं, लेकिन कई बार अनजाने में ऐसी गलतियां कर देते है जिसके कारण शनिदेव नाराज तक हो सकते हैं। ऐसे में जानिए जिन व्यक्तियों को शनि की साढ़े साती से गुजरना पड़ रहा है उन्हें किन चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

हिंदू धर्म में शनिदेव को ऐसे भगवान के रूप में पूजा जाता है जो यदि नाराज हो जाते हैं तो समस्याएं आने लगती हैं। लोग हमेशा इन्हें प्रसन्न करने के उपाय खोजते रहते हैं। ऐसे ही जिन जातकों पर शनिदेव की साढ़ेसाती चल रही होती है उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।

 न करें मांस मदिरा का सेवन

अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़े साती चल रही है, तो मांस मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए खासकर शनिवार के दिन। माना जाता है कि शनिवार के दिन सात्विक भोजन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

न पहनें इस रंग के कपड़े

अगर कुंडली में शनि की साढ़े साती चल रही है जिसके कारण बनते हुए काम भी बिगड़ जा रहे है, तो शनिवार के दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए जा रहे हैं, तो काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। आमतौर पर काला रंग भगवान शनि से समर्पित है। लेकिन शनिवार के दिन इस रंग के कपड़े पहनने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।

शनिवार को देर तक न सोएं

शनि की साढ़े साती के दुष्प्रभावों से बचना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन देर तक सोने से बचना चाहिए। इस दिन जल्द उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें और शनिदेव की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही पीपल के पेड़ की जल में जल चढ़ाना और दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

कुत्ते को न सताएं

शास्त्रों के अनुसार, कुत्ते सहित अन्य जानवरों को कभी भी सताना नहीं चाहिए।  कुत्ते को शनिदेव का वाहन बताया गया है। ऐसे में इसे सताने से साढ़े साती का दुष्प्रभावों और भी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाना शुभ माना जाता है।