Shani Sadesati: जिस जातकों पर शनि देव की साढ़ेसाती चल रही होती है, उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। वह जातकों को उनके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। शनि देव की चाल बहुत ही धीमी होती है। शनि देव एक राशि में दो वर्ष से अधिक समय तक रहते हैं। इस दौरान कई राशियों के जातकों पर शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन जातकों पर शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती हैं। उन्हें कई कार्यों को करना वर्जित बताया गया है। मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जातकों को और भी हानि हो सकती है। आइए जातने हैं कि वह कौन से कार्य हैं, जो जातकों को शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान नहीं करने चाहिए।

शनि साढ़ेसाती के दौरान न करें ये काम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस जातकों पर शनि देव की साढ़ेसाती चल रही हो उन्हें शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही कुत्ते का भी अपमान नहीं करना चाहिए। शनिवार के दिन काले कपड़े नहीं खरीदना चाहिए और पहनना भी नहीं चाहिए।

इन उपायों से शनि साढ़ेसाती से मिल सकती है राहत (Shani Sadesati Remedy)

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव एक क्रूर ग्रह हैं। जिन जातकों पर साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है। उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कारोबार में घाटा, कार्यस्थल पर विपरीत समय और करियर में सफलता न मिलना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि साढ़ेसाती के कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता के अनुसार इन उपायों को करने से जातकों को साढ़ेसाती से राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि वह ज्योतिषीय उपाय कौन से हैं।

-शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें।
-शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
-लोहे और काली उड़द का दान करें।
-काले कपड़ों का दान करें।
-हनुमान जी की पूरा करें।
-शनिवार को व्रत रहे।
-सुंदरकांड का पाठ करें।
-शनि चालीसा का पाठ करें।