Shani Sade Sati Dhanu Rashi: ज्योतिष अनुसार शनि साढ़े साती के दौरान लोगों को कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। शनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं। पहले चरण में शनि मानसिक कष्ट देते हैं, दूसरे चरण में मानसिक के साथ आर्थिक और शारीरिक कष्टों का सामना करना पड़ता है वहीं तीसरे चरण में शनि साढ़े साती से मिलने वाले कष्ट धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। इस चरण में शनि कुछ न कुछ लाभ देकर जाते हैं। धनु वालों पर शनि साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है।
धनु वालों पर शनि साढ़े साती का अंतिम चरण: धनु वालों पर शनि साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है। इस चरण में व्यक्ति के कष्ट कुछ कम होने लगते हैं। कहा जाता है कि शनि पहले और दूसरे चरण में सभी को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं अगर व्यक्ति ने बुरे कर्म किए हैं तो उसे इस दौरान दंड भुगतना पड़ता है। वहीं शनि अपने अंतिम चरण में व्यक्ति को अपनी भूल सुधारने का मौका देते हैं। कहा जाता है कि इस दौरान मनुष्य को अपनी गलती का अहसास होता है और वे उचित ढंग से आगे बढ़ने का प्रयास करता है। अमूमन उतरती हुई शनि साढ़े साती अच्छी मानी जाती है। शनि की उल्टी चाल होगी शुरू, शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित जातक हो जाएं सतर्क, करें ये उपाय
धनु वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति कब? 29 अप्रैल 2022 में आपको शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। जिसके बाद से आपके लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा। हालांकि इसी साल 12 जुलाई से 17 जनवरी 2023 तक का समय आपके लिए परेशानी भरा रहेगा। क्योंकि शनि के वक्री चाल चलते हुए मकर राशि में प्रवेश करने से आप पर फिर से शनि साढ़े साती का असर पड़ने लगेगा। लेकिन इस दौरान आपको पहले की तरह दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। हल्की-फुल्की परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। 17 जनवरी 2023 के बाद से आपके ऊपर से शनि साढ़े साती पूर्ण रूप से हट जाएगी। शनि के प्रभाव से इन तारीख को जन्मे लोग बनते हैं अच्छे लीडर या बड़े व्यापारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी यही है बर्थ डेट
शनि के वक्री होने से बढ़ेंगे कष्ट: शनि 23 मई में वक्री होने जा रहे हैं। जिससे शनि के द्वारा मिलने वाले कष्टों में बढ़ोतरी हो जाएगी। इस दौरान आपको अपना हर काम बेहद ही सावधानी से करने की जरूरत पड़ेगी। हाथ में इस रेखा के होने पर भाग्य का खूब मिलता है साथ, नहीं होती धन-धान्य की कमी