शनि साढ़े साती (Shani Sade Sati) यानि शनि की महादशा (Shani Mahadasha) का सामना हर व्यक्ति को अपने जीवन में करना पड़ता है। शनि का हमेशा बुरा प्रभाव ही हमारे जीवन पर पड़े ऐसा नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि शनि लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि महादशा के समय व्यक्ति को उसके ही कर्मों का फल मिलता है। वर्तमान में धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। इस राशि के जातक ये जानने के इच्छुक होंगे कि आखिर उन्हें कब इससे मुक्ति मिलेगी?

किस राशि पर शनि साढ़े साती का कौन सा चरण: शनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं. पहला चरण, दूसरा चरण और तीसरा यानि अंतिम चरण। फिलहाल धनु वालों पर शनि साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है। वहीं मकर वालों पर इसका दूसरा चरण और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती अभी पहला ही चरण है। शनि का दूसरा चरण सबसे ज्यादा परेशानी देने वाला होता है। मान्यता है कि शनि अपने आखिरी चरण में लोगों का कुछ न कुछ अच्छा करते हुए जाते हैं। यह भी पढ़ें- यहां जानिए शनि साढ़े साती किस राशि पर होने वाली है शुरू

शनि साढ़े साती से मुक्ति का दिन: धनु वालों को साल 2022 में शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। 29 अप्रैल 2022 में शनि कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे। जिससे आपके ऊपर से शनि का प्रकोप हट जाएगा। शनि साढ़े साती उतरते हुए आपको कुछ न कुछ लाभ देकर जाएगी। लेकिन शनि 12 जुलाई 2022 में वक्री चाल चलते हुए एक बार फिर से कुंभ राशि से मकर में प्रवेश कर जायेंगे। जिससे 12 जुलाई 2022 से लेकर 17 जनवरी 2023 तक आपको शनि थोड़ा परेशान करेंगे। क्योंकि शनि के मकर राशि में प्रवेश करने से शनि साढ़े साती का प्रभाव फिर से आपके ऊपर पढ़ने लगेगा। पूर्ण रूप से शनि महादशा से मुक्ति आपको 17 जनवरी 2023 में मिलेगी। यह भी पढ़ें-  किस राशि के लोगों के लिए कौन सा रत्न रहेगा बेस्ट, जानिए

अब बात करें मकर वालों की तो आपको शनि साढ़े साती से मुक्ति 29 मार्च 2025 में मिलेगी। क्योंकि शनि इस दिन मीन राशि में प्रवेश कर जायेंगे। कुंभ वालों की बात करें तो इन्हें शनि की महादशा से पूर्ण रूप से मुक्ति 23 फरवरी साल 2028 में मिलेगी। यह भी पढे़ं- गरुड़ पुराण से जानिए कैसे निकलते हैं शरीर से प्राण और क्या होता है मृत्यु के बाद