शनि ग्रह लगभग हर 2.5 साल में अपनी राशि बदलते हैं। सभी ग्रहों में इनकी चाल सबसे धीमी मानी जाती है। शनि का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय समा जाता है क्योंकि अकसर लोग शनि को परेशान करने वाला ग्रह मानते हैं। लेकिन ज्योतिष अनुसार शनि को लेकर बनी हुई कई धारणाएं गलत हैं। शनि न्याय देवता हैं जो लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। यानी ये अकारण किसी को भी परेशान नहीं करते हैं। शनि साढ़े साती या शनि ढैय्या के समय मनुष्य अपने कर्मों का ही फल भोगते हैं। शनि ढाई साल बाद राशि बदलने जा रहे हैं जानिए किस राशि के जातक शनि साढ़े साती से मुक्त हो जाएंगे…

इस राशि वालों पर खत्म होगी शनि साढ़े साती: शनि जब भी अपनी राशि बदलते हैं तो किसी पर शनि साढ़े साती शुरू होती है तो किसी पर शनि ढैय्या। शनि ढाई साल बाद 29 अप्रैल 2022 में कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जिससे धनु राशि के जातकों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं मीन वालों पर इसकी शुरुआत हो जाएगी। शनि ढैय्या की बात करें तो साल 2022 में मिथुन और तुला जातकों को इससे छुटकारा मिल जाएगा लेकिन कर्क और वृश्चिक जातक इसकी चपेट में आ जायेंगे।

शनि साढ़े साती साल 2021: वर्तमान में मकर, धनु और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। मकर वालों पर इसका दूसरा चरण, धनु वालों पर इसका आखिरी चरण और कुंभ वालों पर इसका पहला चरण चल रहा है। यह भी पढ़ें- बेहद ही भाग्यशाली लोगों के हाथों में होते हैं ये शुभ चिन्ह, जानिए क्या कहता है हस्तरेखा शास्त्र

साढ़े साती या शनि दोष के उपाय: साढ़े साती के दौरान प्रत्येक शनिवार को भगवान शनि की पूजा करें इससे शनि ग्रह मजबूत होने की मान्यता है। ज्योतिषीय सलाह लेने के बाद नीलम रत्न पहन सकते हैं। इससे शनि साढ़े साती के अशुभ प्रभाव नहीं पड़ते। प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कहते हैं कि भगवान हनुमान के भक्तों को शनि देव परेशान नहीं करते। शनि कुंडली में कमजोर स्थिति में विराजमान हैं तो “शिव पञ्चाक्षरि” और महा मृत्युंजय मंत्र को पढ़ते हुए भगवान शिव की पूजा करें। शनिवार के दिन गरीबों और जरूरतमंद लोगों को कुछ न कुछ दान करें। वैसे शनि ग्रह से संबंधित चीजें जैसे काला चना, सरसों का तेल, लोहे का सामान, काले कपड़े इत्यादि चीज़ों का दान सबसे उत्तम माना जाता है। कहते हैं कि रोज़ाना “शनि स्तोत्र” का पाठ करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है। यह भी पढ़ें- ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन इन उपायों को करने से घर आती है सुख-समृद्धि, ऐसी है मान्यता