Shani Margi And Guru Vkari 2025: देवताओं के गुरु बृहस्पति एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। जिसका असर देश-दुनिया में देखने को मिल जाता है। बता दें कि गुरु 11 नवंबर 2025 को कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे और 11 मार्च तक वक्री रहेंगे। इसी बीच गुरु 5 दिसंबर को मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं दूसरी ओर शनि भी मार्गी हो जाएंगेष इस समय शनि मीन राशि में वक्री अवस्था में विराजमान है। लेकिन नवंबर के अंत में वह इसी राशि में मार्गी हो जाएंगे। ऐसे में गुरु का वक्री होना और शनि का मार्गी होना मिलकर नए साल 2026 में बड़े बदलावों का संकेत दे रहा है। आइए जानते है गुरु के वक्री और शनि के मार्गी होने से किन राशि के जातकों को लाभ मिल सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब कोई शुभ ग्रह वक्री होता है, तो उसका सकारात्मक प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। बृहस्पति ग्रह ज्ञान, धन, धर्म और सद्कर्मों के प्रतीक माने जाते हैं। यह विवाह, संतान और सौभाग्य के भी कारक हैं। यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में गुरु शुभ स्थिति में विराजमान हों, तो उसे भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे जातकों के जीवन में सफलता के मार्ग स्वयं खुलने लगते हैं और उनके सभी कार्य सहजता से पूर्ण होते हैं। वहीं दूसरी ओर शनि का मार्गी होना भी कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी हो सकता है।
मकर राशि (Capricorn Zodiac)
इस राशि में गुरु बृहस्पति कुंडली में सप्तम भाव (सातवें घर) में वक्री हो रहे हैं। ऐसे में वह एक राशि पीछे छठे भाव का फल भी देंगे। इसके अलावा शनि तीसरे भाव में मार्गी होंगे। गुरु की दृष्टि एकादश, लग्न और तीसरे भाव पर पड़ेगी। गुरु के सातवें भाव में मा4गी होने से इस राशि के जातकों को वैवाहिक जीवन में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। अगर आपके जीवनसाथी नौकरी सर्च कर रहे हैं या फिर दोनों मिलकर कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो आपको काफी लाभ मिल सकता है। साझेदारी में किया गया कोई भी काम सफल हो सकते हैं। इसके अलावा अविवाहित जातकों के विवाह के योग भी प्रबल होंगे। आप जीवन में नई शुरुआत कर सकते हैं।
दिसंबर में गुरु छठे भाव में रहेंगे। ऐसे में विपरीत राजयोग बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सफलता हासिल हो सकती है। यदि किसी ऋण या लोन से संबंधित समस्या चल रही थी, तो उसका समाधान मिलेगा। आप प्रॉपर्टी, शिक्षा, वाहन या व्यवसाय के लिए लोन लेने में सफल रहेंगे। शनि महाराज की दृष्टि पंचम, नवम और द्वादश भाव पर पड़ने वाली है। ऐसे में इस अवधि में आपको कई छोटी यात्राओं के अवसर मिल सकते हैं, जो लाभदायक सिद्ध होंगे। इसके साथ ही विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं। भाई-बहनों के साथ संबंधों में मधुरता और सहयोग बढ़ेगा।
तुला राशि (Libra Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए भी शनि का मार्गी और गुरु का वक्री होना अनुकूल साबित हो सकता है। इस राशि के दशम और नवम भाव में गुरु वक्री होंगे। इसके अलावा शनि छठे भाव में मार्गी होंगे। गुरु की दृष्टि धन भाव, चौथे भाव और छठे भाव पर पड़ेगी। ऐसे में इस राशि के जातकों को करियर के क्षेत्र में काफी लाभ मिल सकता है। नौकरी में चली आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती है और नई नौकरी की भी तलाश पूरी हो सकती है। अगर आप किसी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं या प्रोफेशनल चुनौतियों से गुजर रहे हैं, तो अब आपकी मेहनत रंग लाने लगेगी। वाहन, संपत्ति या फिर घर खरीदने का सपना पूरा हो सकता है, क्योंकि गुरु की दृष्टि चौथे भाव में पड़ रही है। इसके अलावा रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन या वास्तु से जुड़े जातकों को काफी लाभ मिल सकता है। परिवार में किसी सदस्य का विवाह या संतान सुख प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं। किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। अध्यात्म की ओर भी आपका काफी झुकाव हो सकता है।पारिवारिक मुद्दों से लेकर प्रॉपर्टी तक के कामों में अपार सफलता हासिल हो सकती है। धर्म-कर्म के मामले में भी आप बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले सकते हैं।
मीन राशि (Meen Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री और शनि का मार्गी होना काफी लाभकारी हो सकता है। शनि के गुरु की राशि में मार्गी होने से नकारात्मक प्रभाव कम होने के साथ गुरु का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल सकता है। इस राशि के लग्न भाव में शनि मार्गी और गुरु पंचम और चौथे भाव में वक्री होंगे। चौथे भाव में गुरु वक्री होकर उनकी दृष्टि नवम भाव, एकादश भाव और लग्न भाव में पड़ेगी। ऐसे में इस राशि के जातकों को शिक्षा के क्षेत्र में काफी लाभ मिल सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही शिक्षा, अनुसंधान या रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए यह समय अनेक शुभ अवसर लेकर आ सकता है। संतान से जुड़ी अड़चनें समाप्त होंगी और उनसे प्रसन्नतादायक समाचार प्राप्त हो सकता है। जो लोग किसी संबंध में हैं, वे अपने रिश्ते को अधिक गहराई और समझदारी के साथ आगे बढ़ाएंगे। वक्री गुरु के प्रभाव से लाभ भाव सक्रिय रहेगा, जिससे आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और सम्मान में वृद्धि होगी। नौकरी या व्यवसाय में परिवर्तन के इच्छुक लोगों को अप्रत्याशित रूप से सफलता मिल सकती है। लंबे समय से अटकी हुई धनराशि या निवेश से जुड़ा लाभ भी प्राप्त होने की संभावना है। साथ ही, माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा और संपत्ति या वाहन से संबंधित कोई रुका हुआ कार्य अब पूर्ण हो सकता है।
नवंबर माह कुछ राशि के जातकों के लिए काफी खास हो सकता है। नवंबर माह में हंस राजयोग, नवपंचम राजयोग, रुचक, विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है, जिससे 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। आइए जानते हैं। 12 राशियों के लिए नवंबर माह कैसा होगा। जानें मासिक राशिफल
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
