Shani Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों में शनि को सबसे अधिक कठोर और गंभीर ग्रह माना गया है, क्योंकि शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। आमतौर पर लोगों को लगता है कि शनि केवल नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। वह जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। वह रंक को राजा बनाने में देर नहीं लगाते हैं। अगर शनि किसी जातक पर प्रसन्न हो जाएं, तो वे उसकी किस्मत बदलने की शक्ति रखते हैं और एक सामान्य व्यक्ति को भी उच्च पद और सम्मान दिला सकते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई साल रहते हैं। इस समय शनि मीन राशि में विराजमान है और जून 2027 तक इसी राशि में रहने वाले हैं। शनि जब राशि परिवर्तन करते हैं वह चांदी, सोना, लोहा या तांबे के पाये पर सवार होकर प्रवेश करते हैं। यह पाये राशि और भाव के आधार पर तय होता है, जिसके अनुसार शनि शुभ या अशुभ परिणाम प्रदान करते हैं। शनि का प्रभाव इस बात पर भी निर्भर करता है कि वे आपकी चंद्र राशि से किस भाव में गोचर कर रहे हैं। मीन राशि में प्रवेश के दौरान शनि कुछ राशियों के लिए चांदी के पाये के साथ विराजमान हैं, जिसे शुभ संकेत माना जाता है। आइए जानते हैं वे कौन-सी लकी राशियां हैं, जिन पर शनि देव की विशेष कृपा बनी रह सकती है…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि जब किसी राशि में प्रवेश करके किसी जातक की जन्म राशि से 2, 5 या 9वें भाव में स्थित हो, तो चांदी का पाया बनता है। ऐसे में साल 2026 में इन तीन राशियों में शनि चांदी के पाये के साथ विराजमान रहेंगे।
कुंभ राशि (Kumbha Zodiac)
न्याय के देवता शनि की ये मूल त्रिकोण राशि है। इस राशि के स्वामी होकर शनि दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इसके साथ ही इस राशि में साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। शनि इस राशि में चांदी के पाये के साथ संचरण करेंगे जिसके चलते कुंभ राशि के जातकों को जीवन के लगभग हर क्षेत्र में सफलता मिलने की संभावना है। लंबे समय से अटके हुए कार्य पूरे होंगे और नौकरीपेशा लोगों को विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। बेरोजगारों के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे और वर्ष 2027 तक कार्यक्षेत्र में स्थिरता बनी रहेगी। इस अवधि में बड़े मुनाफे की संभावनाएं प्रबल रहेंगी। पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग बन सकते हैं। विदेश यात्रा या विदेश में काम करने का अवसर भी मिल सकता है। सरकारी कामों में आ रही बाधाएं दूर होंगी और अचानक धन लाभ के संकेत मिल रहे हैं। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा।
कर्क राशि (Kark Zodiac)
शनि इस राशि के नवम भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को खूब लाभ मिल सकता है। चांदी के पाये में चलने के साथ-साथ भाग्य भाव में होने से हर क्षेत्र में अपार सफलता के साथ किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। आप नौकरी, बिजनेस, धर्म संबंधित यात्राएं कर सकते हैं। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति, वेतन वृद्धि और इन्क्रीमेंट मिलने के प्रबल योग बनेंगे। उच्च शिक्षा या करियर के उद्देश्य से विदेश जाने का अवसर भी प्राप्त हो सकता है। लंबे समय से चली आ रही रुकावटें समाप्त होंगी और कार्यों में सफलता मिलने लगेगी। इस दौरान अचानक धन लाभ के संकेत भी बन रहे हैं। नवम भाव में शनि और अष्टम भाव में राहु की स्थिति के कारण आपके प्रयासों का भरपूर फल प्राप्त होने की संभावना है।
वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac)
तीसरे और चौथे भाव के स्वामी होकर शनि इस राशि के पंचम भाव में विराजमान रहेंगे। ऐसे में चांदी के पाये का प्रभाव वृश्चिक राशि के जातकों को भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान कर सकता है। आत्मचिंतन के माध्यम से आप अपने भीतर सकारात्मक परिवर्तन महसूस करेंगे। परिवार के साथ सुखद समय व्यतीत होगा और पूर्व में किए गए प्रयासों के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग बनेंगे। विदेश यात्रा से जुड़ी अड़चनें दूर होंगी। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं और आप सही दिशा में आगे बढ़ेंगे। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी तथा वाहन और संपत्ति जैसी इच्छाएं भी पूरी हो सकती हैं। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए हर क्षेत्र में सफलता लेकर आ सकता है। संतान और स्वास्थ्य संबंधित कुछ समस्याएं हो सकती है। लेकिन धीरे-धीरे इनसे निजात मिल सकता है।
नए साल में कर्मफल दाता शनि मीन राशि में मार्गी अवस्था में रहेंगे। ऐसे में कुछ राशि के जातकों पर शनि की अशुभ दृष्टि पड़ सकती है। ऐसे में इन 5 राशि के जातकों को सेहत, व्यापार से लेकर आर्थिक स्थिति के क्षेत्र में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। आइए जानते हैं शनि की घातक दृष्टि किन राशियों की बढ़ा सकती है मुश्किलें
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
