Kendra Trikona Rajyog 2025: वैदिक ज्योतिष में शनि को कर्मफलदाता और न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है, क्योंकि वे प्रत्येक व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। बताया जाता है कि शनि हर ढाई वर्ष में राशि परिवर्तन करते हैं, जिसका प्रभाव बारहों राशियों के जीवन पर किसी न किसी रूप में अवश्य दिखाई देता है। मार्च 2025 में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से निकलकर गुरु की राशि मीन में प्रवेश कर चुके हैं, जहां वे जून 2027 तक विराजमान रहेंगे। वहीं शनि की स्थिति में भी समय-समय पर बदलाव होता रहता है जिसका असर भी देखने को मिलता है। शनि 13 जुलाई को मीन राशि में वक्री हो गए थे। वहीं 28 नवंबर को इसी राशि में मार्गी हो रहे हैं। शनि के मार्गी होने से कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे ही शनि से मिथुन राशि में केंद्र-त्रिकोण राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को किस्मत का साथ मिलने के साथ-साथ धन-धान्य की बढ़ोतरी और सेहत अच्छी रहने वाली है। आइए जानते हैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में…
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गोचर कुंडली में केंद्र-त्रिकोण योग तब बनता है जब कुंडली के केंद्र भाव (4, 7, 10) और त्रिकोण भाव (1, 5, 9) के बीच युति, दृष्टि संबंध या राशि परिवर्तन की स्थिति बनती है। वर्तमान में शनि मिथुन राशि में त्रिकोण एवं भाग्य भाव के स्वामी होकर केंद्र भाव में गोचर कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप केंद्र-त्रिकोण राजयोग का निर्माण हो रहा है।
वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac)
इस राशि के लिए शनि द्वारा बना केंद्र-त्रिकोण योग कई क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम दे सकता है। वर्तमान में शनि पंचम भाव में स्थित हैं और उनकी दृष्टि सप्तम, एकादश तथा द्वितीय भाव पर पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों व्यापार से जुड़े जातकों को महत्वपूर्ण लाभ मिलने की संभावना है। नया व्यवसाय शुरू करने की योजना है तो यह समय शुभ हो सकता है। एकादश भाव पर शनि की दृष्टि आय में वृद्धि के योग बना रही है, भले ही बढ़ोतरी धीमी गति से हो। धन संचय में सफलता मिल सकती है। इस राशि की शनि ढैया भी समाप्त हो चुकी है, जिससे जीवन फिर से व्यवस्थित होने लगेगा। शिक्षा के क्षेत्र में मेहनत का उत्तम फल मिलेगा शनि लॉटरी, जुआ और सट्टे से दूर रहने की सलाह देते हैं, हालांकि शेयर बाजार से जुड़े लोगों को लाभ की संभावना है।
मकर राशि (Capricorn Zodiac)
इस राशि में शनि तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। उनकी तीसरी दृष्टि पंचम भाव पर, सातवीं दृष्टि नवम भाव पर और दसवीं दृष्टि द्वादश भाव पर पड़ रही है। मकर जातक अब साढ़े साती से मुक्त हो चुके हैं, इसलिए जीवन में खुशियां बढ़ने लगेंगी। लंबे समय से रुके हुए कार्य पुनः गति पकड़ेंगे। विदेश संबंधी व्यापार, नौकरी या प्रोजेक्ट से उत्तम आर्थिक लाभ मिल सकता है। आकस्मिक धन लाभ के संकेत भी मिल रहे हैं। आत्मविश्वास और ऊर्जा में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रहेगा, जिससे धन संचय संभव होगा। नया व्यापार शुरू करने के लिए यह समय अनुकूल है और अच्छा लाभ मिलने की संभावना है।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
मिथुन राशि में शनि त्रिकोण व भाग्य भाव के स्वामी होकर केंद्र भाव में गोचर कर रहे हैं, जिससे मजबूत केंद्र-त्रिकोण राजयोग बन रहा है। इस समय किस्मत आपका विशेष साथ देगी। करियर में उल्लेखनीय प्रगति के योग हैं। चल रहे प्रोजेक्ट में आपकी मेहनत की प्रशंसा होगी। वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से संतुष्ट रहेंगे, जिससे पदोन्नति और वेतन वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं। नई नौकरी के कई मौके मिल सकते हैं। व्यापार में वृद्धि और लाभ के प्रबल संकेत हैं।
9 दिसंबर से इन राशियों की पलट सकती है किस्मत, मंगल-शनि बनाएंगे केंद्र योग, हर काम में मिलेगी तरक्की
नए साल 2026 में देवताओं के गुरु बृहस्पति कई राजयोगों का निर्माण करने वाले हैं। वह नए साल में मिथुन, कर्क के साथ सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में वह साल के आरंभ में ही चंद्रमा के साथ युति करके गजकेसरी राजयोग का निर्माण करेंगे। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
