पूरे एक सौ इकतालीस दिन बाद शनि (Shani Dev) अपनी सीधी चल शुरू करने जा रहे हैं। नवरात्रि (Navratri 2021) के पांचवे दिन यानी 11 अक्टूबर को शनि मार्गी होंगे। शनि की ये चाल मुख्य तौर पर उन राशियों के लिए लाभकारी साबित होगी जिन पर शनि साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) या ढैय्या चल रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि के वक्री होने पर शनि दोष से पीड़ित जातकों के कष्ट और अधिक बढ़ जाते हैं और शनि के मार्गी होने पर शनि पीड़ा से कुछ राहत मिल जाती है। शनि के मार्गी होने पर इन राशियों को राहत मिल सकती है-
तुला राशि- तुला राशि पर इस दौरान शनि की ढैय्या चल रही है जिस कारण उन्हें कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। शनि जिस दिन मार्गी होंगे उस दिन से आपके कष्ट दूर होंगे। नवरात्रि के पांचवे दिन शनि मार्गी हो रहे हैं, उस दिन मां कात्यायनी की पूजा करें, आपके सभी कष्ट दूर होंगे।
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों पर भी इस दौरान शनि की ढैय्या चल रही है। शनि जैसे ही मार्गी होंगे आपके बुरे दिन ख़त्म होंगे। ज्योतिषविदों के अनुसार, आपको शनि की बुरी दृष्टि से राहत मिलेगी और जीवन में सुख आएगा।
मकर राशि- शनि के वक्री होने पर मकर राशि वालों के लिए कष्ट बढ़ गया था। उन पर शनि की साढ़ेसाती चली रही है। मां कात्यायनी की आराधना के दिन इस राशि के जातकों के कष्ट भी दूर होंगे और शनि आपको परेशान नहीं करेंगे। शनि की साढ़ेसाती हटाते ही आपका अच्छा वक़्त शुरू हो जाएगा।
कुंभ और धनु राशि- इन दोनों ही राशियों पर इस दौरान शनि की साढ़ेसाती चल रही है। इससे बचने के लिए आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं। नवरात्रि के पंचम दिन इन राशि के जातकों की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी और शनि के बुरे प्रभाव का भी अंत होगा।
वहीं, शनि के मार्गी होने का कुछ राशियों पर नकारात्मक असर भी होगा। मीन राशि वालों पर जहां शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी वहीं कर्क आयर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए ढैय्या का प्रभाव शुरू हो जाएगा।