Shani Dev: शास्त्रों में शनिदेव को सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। इसके साथ ही इन्हें न्यायकर्ता, दंडनायक माना जाता है। कहा जाता है कि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से ही फल देते हैं। ऐसे में शनिदेव राजा को रंक और रंक को राा बना सकते हैं। शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। ऐसे में उन्हें एक राशि में दोबारा आने पर पूरे 30 साल का वक्त लग जाता है। ऐसे में हर व्यक्ति को जीवन में कम से कम एक बार जरूर शनि की कुद्रष्टि का सामना करना पड़ता है।

शनि की कुद्रष्टि पड़ने पर व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक के साथ-साथ आर्थिक परेशानियों तक का सामना करना पड़ सकता है। जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किस दशा में शनि सबसे अधिक खर्च कराते हैं और कैसे पाएं इस समस्या से छुटकारा।

इस दशा में शनि कराते हैं अधिक खर्च

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि धीमी गति से चलने के कारण करीब 30 साल बाद दोबारा उसी राशि में आते हैं। ऐसे में जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि विराजित होते हैं, तो पूरे चार चरण के आधार में रहते हैं। ऐसे में शनि की साढ़े साती, ढैय्या, महादशा का सामना करना पड़ता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि का प्रकोप होता है, तो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति तेजी से कमजोर होती जाती है। बेवजह खर्च बढ़ जाता है। कमाई अठन्नी तो खर्चा रुपया होने लगता है।

शनि साढ़े साती या ढैय्या होने से व्यक्ति को शारीरिक समस्य़ाओं का सामना करना पड़ता है। एक रोग साथ छोड़ता नहीं है कि दूसरा पकड़ लेता है। इसके साथ ही व्यक्ति नौकरी-बिजनेस में हानि का सामना करता है। बेकार के कानूनी मामलों में फंसने के साथ-साथ परिवार के साथ किसी न किसी बात पर मतभेद होता रहता है। बता दें शनि की साढ़े साती सात साल की, ढैया ढाई साल की और महादशा पूरे 19 साल की होती है।

शनि के प्रकोप से बचने के उपाय

कुंडली में शनि का प्रकोप है, तो कुछ उपाय अपनाकर उनके दुष्प्रभावों को कम कर सकते हैं।

शनिवार के दिन छायादान करना शुभ माना जाता है। इसके लिए सरसों के तेल में खुद की चेहरे की छाया देखकर दान करें।

  • अनाज, वस्त्र सहित अन्य आवश्यक चीजें गरीब लोगों को दान करें।
  • शनिवार को शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं। इसके साथ सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • शनिवार के दिन उड़द की खिचड़ी का वितरण करना चाहिए।
  • शनिवार के दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें।
  • शनिवार के दिन काले वस्त्र धारण करें।
  • शनिवार के दिन काली चीजें जैसे काले तिल, काली उड़द, काले रंग के वस्त्र का दान करें।
  • भगवान शिव को काले तिल चढ़ाएं।