हर साल शनि जयंती ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है। जो कि आज यानि 30 मई को है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था।  ज्योतिष के दृष्टिकोण से शनि जंयती का काफी महत्व माना जाता है। इस दिन छोटे-छोटे उपायों से आप शनि संबंधी अपनी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। ये उपाय सूर्यास्त के बाद करें जाएं, तो इनका दोगुना फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…

बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग:
इस बार शनि जयंती के दिन सर्वार्थ ​सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर मंगलवार, 31 मई को सुबह 5 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। शनि जयंती पर शनि देव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो इस मुहूर्त में पूजा- अर्चना करना आपके लिए बहुत शुभ फलयादी रहेगा। वहीं शनिदेव भी इस दिन अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे, जो संयोग लगभग 30 वर्षों बाद बन रहा है।

दुर्घटना के बचने के लिए करें ये उपाय:
अगर आपके ऊपर शनि की दशा चल रही है और दुर्घटना का योग बना हुआ है या बार- बार वाहन से दुर्घटना होती हो तो आप शनि जयंती की शाम को एक लोहे का छल्ला बाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें। साथ ही सरसों के तेल में देखकर अपनी छाया का दान करें। ऐसा करने से आपको शनि दोष से मुक्ति मिलेगी। साथ ही दुर्घटना का योग भी समाप्त हो जाएगा।

जॉब और कारोबार में नहीं मिल पा रही हो सफलता:
अगर लगातार प्रयासों के बार आपको नौकरी नहीं मिल पा रही हो या फिर कारोबार ठीक से नहीं चल पा रहा हो तो शनि जयंंती के दिन पल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल के नौ दीपक जलाएं और वृक्ष की नौ परिक्रमा करें। ऐसा करने से जल्दी ही नौकरी के योग बनेगे और कारोबार में भी सफलता मिलेगी।

संतान प्राप्ति में आ रही हो बाधा:
यदि आपके तमाम प्रयासों के बाद भी संतान होने में परेशानी आ रही हो तो आपको बस एक यह उपाय करना है। शनि जयंती को शाम के समय पीपल की जड़ में जल अर्पित करें और “ॐ क्लीं कृष्णाय नमः” का 108 बार जाप करें। साथ ही एक पीपल का वृक्ष भी लगाएं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होंंगे और आपको आशीर्वाद देंगे।

आमदनी से अधिक पैसा हो रहा हो खर्च:
अगर लगातार प्रयासों के बावजूद भी आप सेविंग नहीं कर पा रहे हैं और आमदनी से अधिक धन खर्च हो रहा हो तो आप शनि जयंती को काले वस्त्र में सिक्के रखकर किसी गरीब या जरूरतमंद को दान करें।